
लखनऊ, 10 अक्टूबर 2025:
यूपी में आगामी शिक्षक एवं स्नातक एमएलसी के चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति तेज कर दी है। पार्टी ने शुक्रवार को पांच प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। इनमें दो शिक्षक एमएलसी और तीन स्नातक एमएलसी पद के उम्मीदवार शामिल हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने स्पष्ट किया कि पार्टी यह चुनाव किसी गठबंधन के बिना, अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह सिंबल का चुनाव नहीं है, इसलिए गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। कांग्रेस राज्य की सभी 11 सीटों पर मजबूती से मैदान में उतरेगी।
कांग्रेस ने जो प्रत्याशी घोषित किए उनमें वाराणसी (शिक्षक) से संजय प्रियदर्शी, वाराणसी (स्नातक) से अरविंद सिंह पटेल, लखनऊ (स्नातक) से देवमणि तिवारी, मेरठ (स्नातक) से विक्रांत वशिष्ठ और आगरा (स्नातक) से रघुराज पाल शामिल हैं। अन्य सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
अजय राय ने कहा कि शिक्षकों, अधिवक्ताओं और युवाओं की समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने जमीनी तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव के लिए कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए हैं और सभी जिलों में नामांकन कार्य तेजी से चल रहा है।
उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था और दवा निगरानी तंत्र की खामियों पर भी सवाल उठाए। राय ने कहा, “गोरखपुर सहित 13 जिलों में ड्रग इंस्पेक्टर तक नहीं हैं। बच्चों को घटिया सिरप पिलाकर मौत के घाट उतारा जा रहा है, जिससे दवा माफियाओं को फायदा पहुंच रहा है।”
बसपा और भाजपा पर निशाना साधते हुए अजय राय ने कहा कि 18 साल बाद बसपा ने कांशीराम को याद किया है, जबकि भाजपा दलितों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि दलित समाज अब राहुल गांधी के साथ खड़ा है। रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि प्रकरण को लेकर कांग्रेस लगातार पीड़ित परिवार के साथ है, लेकिन पुलिस ने उनके प्रतिनिधिमंडल को आर्थिक सहायता पहुंचाने से रोक दिया।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने भी गुरुवार को एमएलसी चुनाव के लिए पांच प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की थी, जिनमें विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव भी शामिल हैं।