नई दिल्ली 22 नवंबर 2025:
दुबई एयर शो में भारतीय हल्के लड़ाकू विमान तेजस के क्रैश की खबर वहां की मीडिया में पूरे दिन सुर्खियों में बनी रही। हादसे में पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई। मीडिया ने एक्सपर्ट व चश्मदीदों के बयान को भी साझा किया है।
‘गल्फ़ न्यूज़’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल ‘ऑइल लीक’ वाले वीडियो को भारत ने गलत करार दिया है। पीआईबी फैक्ट-चेक ने कहा कि यह वीडियो दुबई एयर शो का नहीं है और इसे तेजस हादसे से जोड़ना पूरी तरह फर्जी है। दुबई की वेबसाइट ‘अमरात अल-यूम’ के अनुसार दुबई एयरपोर्ट्स के चेयरमैन शेख़ अहमद बिन सईद अल-मकतूम ने हादसे पर दुख जताया और पायलट के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
‘गल्फ़ न्यूज़’ के अनुसार, हादसे के समय उनका एक रिपोर्टर मौके पर मौजूद था। रिपोर्ट में कहा गया है कि तेजस ने करीब तीन मिनट का प्रदर्शन किया। ऊंचाई लेते समय अचानक उसकी गति और शक्ति कम होते दिखी और वह तेज़ी से नीचे आकर टकरा गया। धमाका इतना तेज़ था कि दर्शक कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। धुआं उठते ही अफरातफरी मच गई और इमर्जेंसी टीमें आ गईं। कई दर्शकों ने कहा कि यह सब कुछ कुछ ही सेकंड में हो गया।
भारतीय प्रवासी दर्शकों ने भी बताया कि वे शो का आनंद ले रहे थे, तभी अचानक धमाका हुआ और लोग भागने लगे। एक दर्शक शाहद अल-नक़्बी ने कहा कि शो शानदार था, लेकिन हादसे के बाद पूरा माहौल दुख में बदल गया।
यूएई के सरकारी अख़बार ‘द नेशनल’ से बातचीत में यूके के विल गिलमोर ने बताया कि विमान जमीन के बहुत करीब था और ऐसा लग रहा था कि उसके पास ऊपर उठने के लिए पर्याप्त समय नहीं था। उन्होंने कहा कि हादसा पलभर में हो गया, सिर्फ धुआं उठता नजर आया और सुरक्षा टीमें तुरंत दौड़ पड़ीं।
‘ख़लीज टाइम्स’ ने लंदन के स्ट्रैटिजिक एरो रिसर्च के विश्लेषक सज अहमद का बयान प्रकाशित किया है। उन्होंने कहा कि स्टंट बहुत कम ऊंचाई पर किया जा रहा था और पायलट के पास लूप पूरा करने की पर्याप्त जगह नहीं बची। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जांच पूरी होने पर ही असल वजह पता चलेगी। ‘रिपोर्ट्स’ के अनुसार, विंग कमांडर नमांश स्याल 45 स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग डैगर्स’ के कुशल डिस्प्ले पायलट थे और कई राष्ट्रीय एयरशो में अपनी उड़ान क्षमता दिखा चुके थे। तेजस के साथ यह पहली अंतरराष्ट्रीय जानलेवा दुर्घटना है।






