
आशुतोष तिवारी
सुल्तानपुर, 19 मई 2025:
यूपी के सुलतानपुर जिले में बाबा साहब राम आश्रम बंधुआकला में महंत पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया। सोमवार को यहां आयोजित भंडारे के मौके पर जुटे लोगों ने आश्रम की देखभाल करने वाले जीतू दास को महंत बनाने की मांग रखी वहीं लखनऊ सब्जी मंडी आश्रम से आये धर्मेंद्र दास ने खुद को महंत पद का दावेदार बताया। दोनों तरफ से विवाद और हंगामे के हालात पैदा हो गए। पुलिस ने किसी तरह लोगों को संभाला। फिलहाल जीतू दास के पक्ष में माहौल बनते देख धर्मेंद्र दास बैरंग लौट गए और जीतू दास की ताजपोशी कर दी गई।
बाबा साहब राम आश्रम का है मामला
बाबा साहब राम आश्रम बंधुआकला के महंत बाबा भरत दास का 16 दिन पूर्व हार्ट अटैक से निधन हो गया था। सोमवार को उनकी स्मृति में कार्यक्रम और भंडारे का आयोजन किया गया। इसी दौरान आश्रम के महंत पद के लिए चुनाव की चर्चा हुई और आश्रम की देखभाल कर रहे जीतू दास ने लोगों से अपने लिए समर्थन मांगा।
लखनऊ से आए धर्मेंद्र दास ने किया दावा
विवाद उस समय खड़ा हो गया जब लखनऊ सब्जी मंडी आश्रम के धर्मेंद्र दास ने खुद को आश्रम का वारिस बताते हुए महंत पद देने का दावा किया।
महंत धर्मेंद्र दास के आश्रम में पहुंचने पर ग्रामीणों के हुजूम ने गेट पर ही नारे लगाने शुरू कर दिये। धर्मेंद्र दास ने आरोप लगाया कि जीतू दास का आश्रम में कोई अधिकार नहीं है और वे जबरन कब्जा जमाए हुए हैं। उन्होंने इस बारे में प्रशासन को सूचित कर दिया है।
आश्रम की देखभाल करने वाले जीतू दास बने महंत, पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगे
आश्रम में जुटी भीड़ में फैलते तनाव की भनक पाकर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने दोनों पक्षों से वार्ता की प्रकरण की जानकारी ली।
मामला एकतरफा होते देख धर्मेंद्र दास बैरंग लौट गए। इसी के बाद नए महंत के रूप में सर्वसम्मति से जीतू दास की ताजपोशी हो गयी। महंत जीतू दास के समर्थकों ने उनका माल्यार्पण कर पुलिस प्रशासन जिन्दाबाद के नारे लगाते हुए निष्पक्षता पर धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।






