नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को एक सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर ईरान को अपना देश बचाना है, तो उसे अपना परमाणु कार्यक्रम तुरंत बंद करना होगा। ट्रंप ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब इजराइल ईरान पर हमला करने की तैयारी में था। 8 मई को संभावित हमले की योजना बन चुकी थी, लेकिन ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को व्हाइट हाउस बुलाकर इस हमले को फिलहाल रोक दिया।
खबरों के मुताबिक, नेतन्याहू हमले के पक्ष में थे और उन्होंने ट्रंप से कहा कि अब हमला करना जरूरी है। इस पर ट्रंप ने समझाया कि ईरान से बातचीत चल रही है, और यह समय हमला करने का नहीं है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर इजराइल ने हमला किया, तो अमेरिका उसका साथ छोड़ देगा। इस चेतावनी के बाद नेतन्याहू कुछ नरम पड़े और ईरान को एक मौका देने पर सहमत हुए—हालांकि कड़ी शर्तों के साथ।
इस बीच, ईरान अपने रवैये पर कायम है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका देश अपने न्यूक्लियर कार्यक्रम को नहीं रोकेगा, चाहे अमेरिका कुछ भी कहे। उनका कहना है कि यूरेनियम संवर्धन जारी रहेगा और ईरान अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेगा।
IAEA के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने भी चिंता जताई है कि ईरान अब न्यूक्लियर बम बनाने के बेहद करीब है। उन्होंने कहा कि ईरान के पास पर्याप्त संवर्धित यूरेनियम है जिससे वह किसी भी वक्त परमाणु बम बना सकता है।
ट्रंप अब इस पूरे मामले को बातचीत से सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ईरान की जिद और इजराइल की बेचैनी ने वॉशिंगटन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप का कूटनीतिक दांव कितना असरदार साबित होता है।