
शिव ओम दीक्षित
लखीमपुर खीरी, 18 अप्रैल 2025:
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में वन्य जीव सुरक्षा माह के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ बरेली और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में वन्यजीव अंगों की अन्तर्राज्यीय तस्करी में लिप्त गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक मुख्य मास्टरमाइंड है, जो नेपाल से तस्करी का नेटवर्क संचालित कर रहा था।
गुप्त सूचना के आधार पर 17 अप्रैल को उत्तर खीरी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सौरीष सहाय के नेतृत्व में वन विभाग की टीम और यूपी एसटीएफ बरेली की टीम ने ग्राम मकनपुर के पास घेराबंदी कर दो संदिग्धों को रंगे हाथों दबोच लिया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान भागीराम पुत्र जयराम निवासी ग्राम मकनपुर, थाना पलिया, जिला लखीमपुर खीरी और प्रकाश चौधरी पुत्र माधू चौधरी निवासी कैलाली-10, गोदावरी, जिला कैलाली (नेपाल) के रूप में हुई है। उनके कब्जे से बाघ के अंग बरामद किए गए जिनमें 4 बड़े दांत, 13 छोटे दांत, 18 नाखून, जबड़े की 3 हड्डियां, भारतीय व नेपाली करेंसी, दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और एक थैला शामिल है।
पूछताछ में दोनों तस्करों ने बाघ के अंगों की तस्करी की पुष्टि की, जिसे अन्तर्राज्यीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर बेचने की योजना थी। बरामद सामग्री को जब्त करते हुए दोनों के विरुद्ध वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम के अंतर्गत कठोर धाराओं में केस दर्ज कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
वन विभाग और एसटीएफ की इस संयुक्त कार्रवाई को वन्यजीव सुरक्षा के लिहाज से बड़ी सफलता माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही पूरे गिरोह का खुलासा किया जाएगा।






