लखनऊ: 31 अगस्त, 2024
पर्यटकों के लिए अयोध्या, काशी और प्रयागराज में अब रोमांच से भरे जल भ्रमण का अवसर उपलब्ध होगा। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम ने इसकी तैयारी कर ली है।
वर्षा ऋतु के बाद अयोध्या व काशी में एक तरफ जहां कैटामरान का पुनः संचालन शुरू होगा, वहीं प्रयागराज में पर्यटक मिनी क्रूज बोट का आनंद ले सकेंगे।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उ0प्र0 में वाटर स्पोर्ट की अपार संभावनाएं हैं, जिसे धरातल पर उतारा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य है। बीते वर्ष 48 करोड़ से अधिक पर्यटकों ने यहां के विश्व प्रसिद्ध धार्मिक-आध्यात्मिक, ईको सहित अन्य स्थलों का भ्रमण किया था। पर्यटकों के लिए पर्यटन के अन्य आयाम जैसे रूरल, एग्री, वाटर स्पोर्टस आदि पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। ताकि, पर्यटक इन स्थलों पर भ्रमण कर सुखद स्मृतियां संजो सकें। इसी क्रम में अयोध्या, काशी, प्रयागराज में जलक्रीड़ा गतिविधियों के आनंद का अवसर उपलब्ध कराने की तैयारी है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम को पिछले महीने अयोध्या और काशी में कैटामरान, जबकि प्रयागराज में इलेक्ट्रिक बोट हैंडओवर किया था। पूरी तरह से वातानुकूलित कैटामरान में 50 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, वहीं प्रयागराज में दो मिनी क्रूज बोट में 30-30 लोगों व 06 मोटर बोट में 6 पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था है। इन बोटों के अलावा दो रेस्क्यू बोट भी हैं। इनके संचालन की प्रक्रिया पर्यटन निगम के द्वारा शुरू कर दी गई गई है। भविष्य में पीपीपी मोड पर संचालन हेतु टेंडर निकाला जा चुका है। वर्षा ऋतु के बाद इन सभी का नियमित संचालन किया जाएगा।
श्री सिंह ने कहा कि अयोध्या में पर्यटकों की संख्या को देखते हुए दो और बोट बढ़ाई जाएगी, जो कि सौर ऊर्जा से संचालित होगी। इसे नेडा हैंडओवर करेगा। ये भी 30-30 सीटर होंगे। इस तरह सरकार का प्रयास है कि पर्यटक उत्तर प्रदेश से विशिष्ट अनुभव लेकर लौटें और यहां की विशेषताओं से दूसरों को अवगत कराएं।