हैदराबाद, 30 अक्टूबर 2024
तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है। अंधे दंपत्ति के बेटे की मौत के बाद उसके माता-पिता को चार दिनों तक घटना के बारे में पता नहीं चला। हैदराबाद की उक्त घटना ठाणे सीमा में घटित हुई है। घर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने घर की तलाशी ली और उन्हें हैरान कर देने वाला नजारा देखने को मिला। के. रमन्ना (60 वर्ष) और के. शांताकुमारी (उम्र 65 वर्ष) घर में अर्धबेहोशी की हालत में पड़ी मिलीं। उनके मुंह से झाग निकल रहा था। सोमवार 28 अक्टूबर दोपहर को पुलिस को नागोले कॉलोनी से एक फोन कॉल आया। नागोले पुलिस स्टेशन प्रमुख सूर्य नायक तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
घर में घुसने के बाद तीन लोग दिखे। इनमें के. प्रमोद (उम्र 30) मृत पाया गया। उनका शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था। इसके बाद पुलिस ने अंधे जोड़े को घर से बाहर निकाला।
पुलिस ने बताया कि प्रमोद ने चार दिन पहले अपने माता-पिता को खाना खिलाया था और सोने चला गया था। पुलिस को संदेह है कि उसकी मौत नींद में ही हुई होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही उनकी मौत का कारण पता चल सकेगा। बच्चे की मौत के बाद वृद्ध अंधे दंपत्ति को चार दिनों तक कुछ भी खाने-पीने को नहीं मिला।
पुलिस ने बताया कि वह अपने हाथ-पैर भी नहीं हिला पा रहा था। पुलिस ने बच्चे का शव बाहर निकालने के बाद बुजुर्ग अंधे जोड़े को नहलाया और खाना-पीना दिया। पूछताछ के बाद पता चला कि उनका बड़ा बेटा प्रदीप सरूरनगर में रहता है। पुलिस ने प्रदीप को प्रमोद की मौत की सूचना दी और उसके शव को सरकारी अस्पताल में रखवाया। प्रदीप के हैदराबाद आने के बाद उसके अंधे माता-पिता को उसे सौंप दिया गया।