लखनऊ, 30 अक्टूबर 2024:
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, उत्तर प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह कार्यक्रम अर्हता तिथि 01 जनवरी 2025 के आधार पर 28 नवंबर 2024 तक चलेगा, जिसमें मतदाता अपने नाम की जांच और आवश्यक कार्यवाही कर सकेंगे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि इस पुनरीक्षण के अंतर्गत दावे और आपत्तियां 29 अक्टूबर 2024 से 28 नवंबर 2024 तक दर्ज की जा सकेंगी और उनका निस्तारण 24 दिसंबर 2024 तक किया जाएगा।
नामावलियों का अंतिम प्रकाशन 06 जनवरी 2025 को किया जाएगा। पुनरीक्षण के दौरान विशेष अभियान 09 व 10 नवंबर और 23 व 24 नवंबर को आयोजित होंगे।
मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, संशोधन करने और अन्य कार्यों के लिए ऑनलाइन वेब पोर्टल या वोटर हेल्पलाइन ऐप का उपयोग किया जा सकता है।
सभी विधानसभा क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियाँ मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगी।
पुनरीक्षण कार्यक्रम 9 विधानसभा क्षेत्रों (मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां) में उप-निर्वाचन की घोषणा के कारण स्थगित रहेगा।
पुनरीक्षण के दौरान, संबंधित बूथ लेवल एजेंट्स नियुक्त करने का आग्रह भी राजनीतिक दलों से किया गया है। इस अवधि में निर्वाचक अधिकारियों के तबादलों पर भी आयोग ने रोक लगा दी है ताकि पुनरीक्षण कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की कि वे अपने नाम की जांच अवश्य करें और आवश्यकता अनुसार आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि एक स्वच्छ और सटीक मतदाता सूची तैयार हो सके।