Uttar Pradesh

उन्नाव रेप और हत्या मामला: प्रियंका गांधी ने संसद में उठाया, पीड़िता के परिवार को मिल रही धमकियां

उन्नाव,14 दिसंबर 2024

उन्नाव जिले में एक जघन्य अपराध के पांच साल बाद भी न्याय की उम्मीदें पूरी नहीं हो पाई हैं। यह मामला फिर से लोकसभा शीतकालीन सत्र 2024 (संसद) में गूंज उठा। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इस मुद्दे को उठाया और पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने की अपील की। यह मामला 2019 का है। उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवती के साथ रेप किया गया और फिर उसे जलाकर मार डाला गया। इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस ने पांच गांववासियों को आरोपी बनाया, लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।पीड़िता की बहन ने कहा कि उन्हें बार-बार अधिकारियों से मिलना पड़ रहा है। पीड़िक परिवार से जो वायदे किए गए थे वह अभी तक पूरे नहीं हुए है, न ही नौकरी दी गई। आरोपियों को अभी तक सजा नहीं हुई है। पीड़िता की बहन ने बताया कि आरोपी जमानत पर जेल से बाहर है।

विपक्षियों की तरफ से फोन करके धमकियां दी जाती है।बताया कि 2020 में हमारे छह साल के भतीजे का अपहरण भी कर लिया गया था, उसका आज तक कोई पता नहीं चला है। परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई, तो उन्हें भी नजरअंदाज किया गया और मदद नहीं मिली।रेप पीड़िता की बहन ने कहा कि शासन-प्रशासन ने जो वायदे किए गए थे, उसमें केवल एक वादा आवास के रूप में पूरा किया गया है, जिसमें हम रहते है। बताया की हमारी आर्थिक हालत भी खराब है।

पिता और भाई मजदूरी और खेती कर गुजर बसरकर रहे है। उन्हीं पैसे से जैसे तैसे मुकदमें की पैरवी भी कर रहे है। पीड़िता की बहन ने बताया कि एक मुकदमा रायबरेली कोर्ट में चल रहा है और एक उन्नाव कोर्ट में चल रहा है।मृतक रेप पीड़िता की बहन ने पीएमओ से लेकर मुख्यमंत्री तक और डीजीपी से लेकर मीडिया तक सबको ट्वीट किया। अपनी पीड़ा व्यक्त की, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता की बहन को आस है कि प्रियंका गांधी ने उनके मुद्दे को संसद में उठाया है, शायद अब न्याय मिल जाए। सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्नाव में एक लड़की के साथ दरिंदगी की गई और फिर उसे जलाकर मार डाला गया।

यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमारी बेटियां कितनी असुरक्षित हैं। उस लड़की ने न्याय के लिए संघर्ष किया, लेकिन क्या उसे न्याय मिला? नहीं, यह हमारे समाज और हमारे सिस्टम के लिए शर्म की बात है।प्रियंका गांधी का यह बयान उस समय आया जब उन्नाव की पीड़िता की बहन ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि वह पिछले पांच वर्षों से न्याय की खोज में भटक रही है। बताया कि उनसे किए वादे पूरे नहीं हुए, परिवार को खुलेआम धमकियां भी मिल रही हैं। यह सिर्फ एक अपराध नहीं है, बल्कि हमारे समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि हमारी व्यवस्था में कितनी खामियां हैं।

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