
लखनऊ, 30 सितंबर 2025:
यूपी एटीएस ने बड़ा खुलासा करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या और सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे थे। आरोपियों का मकसद हथियारों के बल पर शरिया कानून लागू करना और हिंसक गतिविधियों के जरिए देश में अराजकता फैलाना था।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अकमल रजा निवासी सुल्तानपुर, सफील सलमानी निवासी सोनभद्र, तौसीफ निवासी कानपुर और कासिम अली निवासी रामपुर के रूप में हुई है। एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक ये सभी पाकिस्तानी कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित होकर “मुजाहिदीन आर्मी” बनाने की कोशिश कर रहे थे।
एटीएस के आईजी पीके गौतम के मुताबिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि चारों युवक सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर लोगों को भड़काने, जेहाद के लिए उकसाने और धर्मगुरुओं पर हमले की योजना बना रहे थे। उनके पास से 5 मोबाइल फोन, आधार कार्ड, पैन कार्ड, डेबिट-क्रेडिट कार्ड और फोन-पे स्कैनर बरामद किए गए हैं।
एटीएस के मुताबिक ये आरोपी मुसलमानों पर अत्याचार का झूठा प्रचार कर “जंग-ए-जेहाद” की सोच फैलाने की कोशिश कर रहे थे। वे अलग-अलग जिलों में गुप्त बैठकें करके कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों को जोड़ रहे थे। एटीएस ने कानपुर के तीन अन्य युवकों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जिनके इस नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका है।






