लखनऊ, 2 अगस्त 2025:
यूपी के अलग-अलग जिलों के अस्पतालों से डॉक्टरों के लंबे समय से लापता रहने के मामलों को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लिया है। प्रदेश के डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चार डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। ये डॉक्टर बिना किसी सूचना के लगातार गैरहाजिर चल रहे थे।
बर्खास्त किए गए डॉक्टरों में पीलीभीत जिला चिकित्सालय के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजकुमार, शाहजहांपुर के जलालाबाद सीएचसी के डॉ. विनय कुमार सैनी, अंबेडकरनगर से उन्नाव स्थानांतरित डॉ. शशि भूषण डोभाल और कन्नौज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक्स विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अवनीश कुमार सिंह शामिल हैं।
इसके साथ ही तीन अन्य डॉक्टरों पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। मैनपुरी के किशनी सीएचसी में तैनात दंत चिकित्सक डॉ. राखी सोनी बिना सक्षम स्तर से अवकाश स्वीकृत कराए अनुपस्थित पाई गईं। वहीं प्रयागराज के डिप्टी सीएमओ डॉ. आनन्द सिंह एवं मथुरा के छाता सीएचसी में तैनात डॉ. अशोक कुमार पर गंभीर रूप से घायल मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप सिद्ध हुआ है। तीनों के खिलाफ प्राथमिक जांच के बाद आरोप-पत्र जारी कर विभागीय कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रयागराज के राजकीय मेडिकल कॉलेज में कार्यरत आर्थोपेडिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. डीसी श्रीवास्तव पर ओपीडी समय का पालन न करने का आरोप लगा है। उनसे इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।