
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 24 दिसम्बर 2024:
प्रशासनिक और न्यायिक कार्यशैली का अनोखा मामला उत्तर प्रदेश के वाराणसी के राजातालाब तहसील से सामने आया है, जहां एक एसडीएम ने कोर्टरूम के बजाय अपनी सरकारी कार को ही कोर्ट बना लिया। यह चौंकाने वाली घटना मंगलवार सुबह हुई, जब एसडीएम राजातालाब सई आश्रितशाकमुरी (आईएएस) और वकील संतोष चौबे के बीच एक फाइल पर ऑर्डर को लेकर बहस छिड़ गई।
कार बनी कोर्ट, माइक से पुकारा गया न्याय
वकीलों और वादियों के कोर्ट बहिष्कार के चलते एसडीएम ने अनोखा कदम उठाया। उन्होंने अपनी सरकारी जीप में बैठकर वहीं न्यायिक कार्रवाई शुरू कर दी। सरकारी गाड़ी के माइक से फाइल नंबर पुकारे जाने लगे, और वादियों ने अपनी दलीलें एसडीएम की कार के पास जाकर दीं। यह दृश्य देखकर चारों ओर भीड़ जुट गई।
वकीलों का विरोध और गहमागहमी
वकीलों ने इस अनूठे कोर्ट पर कड़ा विरोध जताया और नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ सीनियर वकील एसडीएम के पास पहुंचे और उन्हें इस कार्रवाई को रोकने के लिए मनाने लगे। अंततः सीनियर वकीलों की अपील पर एसडीएम कोर्टरूम में लौट आए।
न्याय की गरिमा पर सवाल
वकील विकास सिंह ने इस घटना को न्यायिक प्रक्रिया और गरिमा का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, “एसडीएम का यह रवैया न केवल अनुचित है, बल्कि न्यायिक व्यवस्था के लिए चिंताजनक भी है। हम इस मामले को बार एसोसिएशन के माध्यम से सीनियर अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और कार्रवाई की मांग करेंगे।”
यह मामला न्यायिक प्रणाली में सुधार और प्रशासनिक कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है, जिसने पूरे जिले में चर्चा का विषय बना दिया है।