अंशुल मौर्य
वाराणसी, 3 अप्रैल 2025:
भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निजी सचिव नियुक्त किया गया है। खास बात यह है कि पीएम मोदी की निजी सचिव उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हैं। 2014 बैच की IFS अधिकारी निधि वाराणसी के महमूरगंज इलाके की निवासी हैं। नवंबर 2022 से वह प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थीं।
कार्य और उपलब्धियां
अपने कार्यकाल में निधि तिवारी ने ‘विदेश और सुरक्षा’ वर्टिकल में काम किया, जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करता है। इस दौरान उन्होंने विदेश मामलों, परमाणु ऊर्जा, सुरक्षा मामलों और राजस्थान राज्य से संबंधित मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया। इससे पहले उन्होंने विदेश मंत्रालय के डिस-आर्मामेंट एंड इंटरनेशनल सिक्योरिटी अफेयर्स डिवीजन में अंडर सेक्रेटरी के रूप में अपनी सेवाएं भी दी थीं।
कितनी होगी सैलरी?
निधि की नियुक्ति की आधिकारिक घोषणा कैबिनेट की नियुक्ति समिति द्वारा की गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय में निजी सचिव के पद पर नियुक्त अधिकारियों को पे मैट्रिक्स स्तर 14 के अनुसार वेतन मिलता है, जिसमें 1,44,200 रुपये प्रति माह के साथ महंगाई भत्ता (DA), आवास भत्ता (HRA), यात्रा भत्ता (TA) और अन्य भत्ते शामिल होते हैं।
वाराणसी में जश्न का माहौल
निधि तिवारी की इस उपलब्धि से उनके ससुराल वाराणसी के महमूरगंज स्थित श्रीरामनगर कॉलोनी में खुशी की लहर दौड़ गई है। निधि इस समय दिल्ली में हैं, लेकिन उनके पति डॉ. सुशील जायसवाल और सास-ससुर वाराणसी में जश्न मना रहे हैं। घर पर निधि की मां प्रभा तिवारी भी मौजूद हैं, और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। मिठाइयां बंट रही हैं और हर कोई इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहा है।
सफलता की कहानी
निधि ने यूपीएससी के अपने पहले प्रयास में रैंक कम आने के कारण भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS) जॉइन नहीं की, क्योंकि उनका सपना IFS या IAS बनने का था। 2013 में दोबारा प्रयास किया और 96वीं रैंक हासिल कर IFS अधिकारी बनीं। विदेश मंत्रालय में काम करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग वियना (ऑस्ट्रिया) में हुई, जहां उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के मुद्दों पर काम किया।
शिक्षा और परिवार
लखनऊ यूनिवर्सिटी से B.Sc (2004) और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से M.Sc (2007) में गोल्ड मेडल जीतने वाली निधि बचपन से ही मेधावी रहीं। निधि की मां प्रभा तिवारी कहती हैं, “वह हमेशा अव्वल रही, प्री-स्कूल से लेकर IFS तक उसने हर परीक्षा में गोल्ड मेडल जीता। उसकी जिंदगी में असफलता कभी नहीं आई।”
पति हैं जाने-माने डॉक्टर
निधि के पति डॉ. सुशील जायसवाल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्र रहे हैं और वर्तमान में वाराणसी के मशहूर लेप्रोस्कोपिक सर्जन हैं। वे घुटना प्रत्यारोपण, सिर और गले की सर्जरी के विशेषज्ञ हैं। एम्स दिल्ली, सर गंगाराम हॉस्पिटल और अन्य बड़े अस्पतालों में भी वे ट्रेनिंग देने के लिए बुलाए जाते हैं।
निधि तिवारी का नया सफर
निधि तिवारी की यह उपलब्धि देशभर की युवतियों के लिए प्रेरणा है। मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प से उन्होंने न सिर्फ अपने सपने को पूरा किया, बल्कि अब प्रधानमंत्री के साथ मिलकर देश की सेवा करने जा रही हैं। काशी की बहू अब देश की बेटी बनकर नई ऊंचाइयों को छू रही हैं।