
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 15 नवंबर 2024:
कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर वाराणसी के अत्याधुनिक नमो घाट का उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा किया जाएगा। यह घाट अपनी विशेषताओं के कारण जल, थल और नभ से जुड़ने वाला पहला घाट है, जो अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से सुसज्जित है। यहां हेलिकॉप्टर लैंडिंग की भी सुविधा है, जो इसे अन्य घाटों से अलग बनाती है।
करीब 81,000 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में 91.06 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस घाट पर 75 फीट ऊंचा ‘नमो नमः’ का भव्य स्कल्पचर पर्यटकों को आकर्षित करता है, जिसके कारण इसका नाम ‘नमो घाट’ रखा गया है।
नमो घाट पर फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन, ओपन एयर थिएटर, कुंड, फ्लोटिंग जेटी पर बाथिंग कुंड और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं। दिव्यांगजन और बुजुर्गों के लिए मां गंगा के चरणों तक पहुंचने के लिए विशेष रैंप बनाया गया है। गंगा को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में यहां सीएनजी से चलने वाली नाव के लिए देश का पहला फ्लोटिंग सीएनजी स्टेशन भी बनाया गया है। अन्य वाहनों के लिए अलग से सीएनजी स्टेशन की व्यवस्था भी की गई है।
इस घाट पर बने विभिन्न ‘नमस्ते’ स्कल्पचर में सबसे बड़े स्कल्पचर की ऊंचाई 75 फीट है, जबकि अन्य की ऊंचाई क्रमशः 25 फीट और 15 फीट है। यह घाट न केवल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि वाराणसी की सुंदरता में चार चांद लगाने का कार्य करेगा।






