मयंक चावला
आगरा, 30 अक्टूबर 2024
लगभग 400 वर्ष का इतिहास अपने में समेटे, उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ धाम में बटेश्वर मेला शुरु हो गया है। बीते 400 वर्षों से अधिक प्राचीन समय से बटेश्वर के पशु एवं लोक मेला का आयोजन लगातार होता चला रहा है। वर्तमान में बटेश्वर मेला का आयोजन जिला पंचायत आगरा द्वारा कराया जाता है। और उसके लिए धनराशि भी सरकार द्वारा आवंटित की जाती है।
मेला का उद्घाटन के मुख्य अतिथि ब्रज क्षेत्र के भाजपा अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य ने मंगलवार शाम जिला पंचायत अध्यक्ष आगरा मंजू भदोरिया, पूर्व मंत्री राजा अरिदमन सिंह भदावर, पूर्व मंत्री राम सकल गुर्जर के साथ फीता काटकर पशु एवं लोक मेला का उद्घाटन किया।
उसके बाद ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष सभी लोगों के साथ बटेश्वर ब्रह्मलाल शिव मंदिर परिसर पहुंचे और मंदिर ट्रस्ट और जिला पंचायत द्वारा अयोध्या की तर्ज पर आयोजित 51000 दीपों के दीपदान कार्यक्रम में भाग लिया।
ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष ने पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदोरिया के साथ दीप प्रज्वलित कर दीपदान किया। 51 हजार दीपों से यमुना किनारे बने भगवान शिव के मंदिर और घाट दीपों से जगमगा गए। चारों तरफ दीपों की रोशनी ही रोशनी नजर आ रही थी। दीपक की रोशनी से यमुना नदी के पानी में दीपों का प्रतिबिम्ब अलग ही नजर आ रहा था।
इस दौरान जमकर जय श्री राम और बाबा बटेश्वर नाथ के जयकारों से क्षेत्र गुजायमान हो गया। जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू भदोरिया ने बताया कि मेला का उद्घाटन होने के साथ ही पशु मेला में पशु ऑन के रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू हो जाएगा। व्यापारी अपने पशुओं की खरीद फरोख्त सुरक्षा के साथ कर सकेंगे। मेले में लाइट और पानी की व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त की गई है।
पशु मेला समापन के बाद लोक मेला का आयोजन किया जाएगा। तीर्थ धाम बटेश्वर में लगने वाला मेला प्राचीन समय से लगता चल रहा है। मेले में सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिता के साथ कवि सम्मेलन एवं लोक कार्यक्रम आयोजित किया जाएंगे जिसका क्षेत्रीय लोगों के साथ अन्य लोग भी आनंद उठा सकेंगे जिसके लिए पूरी तैयारी की गई है।
ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष दुर्विजयसिंह शाक्य एवं पूर्व मंत्री अरिम सिंह ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बटेश्वर बहुत ही प्राचीन तीर्थ है यमुना किनारे भगवान शिव के 101 मंदिर बने हैं। बीते अन्य वर्षो से इस वर्ष बेहतर मेला का आयोजन किया जाएगा। पशु मेले में घोड़ा, खच्चर, ऊंट आदि पशुओं के बाजार लगना शुरू हो गया है। बाद में लोक मेला का आयोजन होगा जिसमें व्यापारी के लोग अपनी दुकान लगाएंगे। जहां घरेलू सामान लोग खरीद सकते हैं। लोक मेला में साधु संतों के साथ भक्ति लाखों की संख्या में भगवान ब्रह्मलाल के दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे।
आगामी दिनों में बटेश्वर का कायाकल्प देखने को मिलेगा और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जन्मस्थली एवं प्राचीन तीर्थ धाम बटेश्वर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट संस्कृत एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह द्वारा पूरे प्रयास किया जा रहे हैं। जिससे आगामी दिनों में प्रदेश देश और विदेश में भी तीर्थ धाम बटेश्वर को लोग जान सकेंगे।
वहीं मंच कार्यक्रम पर सभी लोगों को पटका पहनाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह, जिला पंचायतध्यक्ष मंजू भदोरिया, पूर्व मंत्री राम सकल गुर्जर, पूर्व विधायक डॉ राजेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाहा, जिलाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा कप्तान सिंह वर्मा, मानवेंद्र सिंह राठौड, अजय परिहार, राकेश बाजपेई, गौरव परिहार, लालू तोमर, रजत परिहार, सुनील नेताजी, भोला भदोरिया, लालू भदौरिया, मुकेश शर्मा, अरुण दुबे, प्रदीप भदोरिया आदि लोग मौजूद रहे।