
नई दिल्ली,14 मई 2025
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। 14 साल तक इस फॉर्मेट में राज करने के बाद 12 मई को उन्होंने अचानक संन्यास का ऐलान कर दिया। टेस्ट क्रिकेट में इतने सफल बल्लेबाज और कप्तान होने के बावजूद उनका यूं अचानक इस फॉर्मेट से विदा लेना सभी को चौंका रहा है। इंग्लैंड के अहम दौरे से पहले उनके इस फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने उनके पिछले 4-5 सालों से चल रहे खराब फॉर्म को इसकी वजह बताया है।
कोहली के करियर में गिरावट की शुरुआत सौरव गांगुली से विवाद के बाद मानी जा रही है। 2021 में जब गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष थे, तब उनके और कोहली के बीच अनबन हुई। उसी दौरान कोहली की कप्तानी गई और उनके करियर का ग्राफ लगातार गिरता चला गया। गांगुली से विवाद से पहले कोहली टेस्ट क्रिकेट में दबदबा बनाए हुए थे। 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एमएस धोनी के संन्यास के बाद उन्होंने टेस्ट की कप्तानी संभाली और 2019 तक अपने बल्ले से जमकर रन बनाए।
कोहली ने वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरे शतक जड़े। उनकी कप्तानी में भारत ने घरेलू मैदान पर एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी और ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही जमीन पर हराया। कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिसमें 40 में जीत, 17 में हार और 11 ड्रॉ रहे। वो भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान माने जाते थे।
हालांकि, 2021 में सब बदलना शुरू हुआ। सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद टी20 वर्ल्ड कप के बाद कोहली ने वर्कलोड का हवाला देकर टी20 की कप्तानी छोड़ दी। इसके बाद बीसीसीआई ने वनडे की कप्तानी भी रोहित शर्मा को सौंप दी। गांगुली ने दावा किया कि उन्होंने कोहली को कप्तानी छोड़ने से रोका था, लेकिन कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांगुली के दावे को खारिज कर दिया।
कोहली ने खुलासा किया कि उन्हें टेस्ट टीम के चयन से महज 90 मिनट पहले वनडे की कप्तानी से हटाने की जानकारी दी गई थी। इस बयान के बाद विवाद और गहरा गया। टीम इंडिया साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज हार गई और कोहली ने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी। महज 5 महीनों में उन्होंने तीनों फॉर्मेट की कप्तानी गंवा दी। आईपीएल 2023 के दौरान भी कोहली और गांगुली के बीच तल्खी दिखी, जब कोहली ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में गांगुली को अनदेखा कर दिया और दोनों ने एक-दूसरे को इंस्टाग्राम पर अनफॉलो भी कर दिया।
गांगुली से विवाद के बाद कोहली के करियर का ग्राफ लगातार गिरता गया। 2021 के बाद से उन्होंने 35 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उनका औसत 32.56 का रहा और कुल 1889 रन ही बना सके। अगले 4 सालों में वो सिर्फ 4 शतक ही लगा पाए। आखिरकार, 12 मई 2025 को उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया, जिससे उनके फैंस और क्रिकेट जगत में हलचल मच गई।