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भारत में तेजी से फैल रही है विटामिन B12 डेफिशियेंसी…..कॉर्पोरेट कर्मचारियों में 57% पुरुष और 50% महिलाएं शिकार….ऐसे करें बचाव

नयी दिल्ली,17 मार्च 2025:

हाल ही में मेडिबडी द्वारा किए गए एक अध्ययन ने भारत में एक चुपचाप पनप रहे स्वास्थ्य संकट को उजागर किया है। सर्वे के मुताबिक, 57% से अधिक पुरुष कॉर्पोरेट कर्मचारी और लगभग 50% महिलाएं विटामिन B12 की कमी से जूझ रही हैं। यह पोषक तत्व शरीर में ऊर्जा उत्पादन, मस्तिष्क कार्यप्रणाली और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए अहम है। अध्ययन में 4,400 लोगों (3,338 पुरुष और 1,059 महिलाएं) के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया गया कि अनियमित खानपान, तनाव और प्रोसेस्ड फूड की अधिकता शहरी पेशेवरों में B12 की कमी का प्रमुख कारण है। पर घबराएं नहीं! कुछ आसान डाइट टिप्स अपनाकर आप इस कमी को प्राकृतिक तरीके से दूर कर सकते हैं।

विटामिन B12 की कमी के लक्षण:
• थकान और कमजोरी
• याददाश्त कमजोर होना
• हाथ-पैर में झनझनाहट
• त्वचा का पीला पड़ना
• मूड स्विंग्स या डिप्रेशन

B12 के प्राकृतिक स्रोत: नॉन-वेजिटेरियन्स के लिए बेस्ट ऑप्शन

चूंकि विटामिन B12 मुख्य रूप से एनिमल-बेस्ड प्रोडक्ट्स में पाया जाता है, इसलिए मांसाहारी लोग इन चीजों को डाइट में शामिल करें:
• अंडे (विशेषकर योक)
• दूध, पनीर, दही जैसे डेयरी उत्पाद
• चिकन, मछली, रेड मीट
• लीवर और किडनी जैसे ऑर्गन मीट

शाकाहारी लोग कैसे पूरा करें B12 की कमी?

B12 की प्राकृतिक उपलब्धता शाकाहारियों के लिए चुनौतीपूर्ण है, पर फोर्टिफाइड फूड मददगार हो सकते हैं:
• फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड मिल्क (सोया, बादाम, ओट)
• फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल्स
• न्यूट्रिशनल यीस्ट (वीगन्स के लिए बेहतरीन विकल्प)

B12 अवशोषण बढ़ाने के 3 गोल्डन टिप्स

1. प्रोबायोटिक्स को डाइट में करें शामिल
सिर्फ B12 युक्त खाद्य पदार्थ खाना ही काफी नहीं, गट हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी है। पाचन तंत्र कमजोर होने पर शरीर B12 को अवशोषित नहीं कर पाता। इन चीजों से सुधारें पाचन:
• दही या प्रोबायोटिक योगर्ट
• इडली-डोसा का बैटर जैसे फर्मेंटेड फूड
• अचार (कम नमक वाला)
2. जंक फूड और एरेटेड ड्रिंक्स से करें तौबा
प्रोसेस्ड फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और हाई शुगर वाले स्नैक्स आंतों की लाइनिंग को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे B12 का अवशोषण प्रभावित होता है। इनकी जगह ताजे फल, सब्जियां और घर का बना खाना खाएं।
3. सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से सलाह
गंभीर कमी होने पर डाइट के साथ सप्लीमेंट्स जरूरी हो सकते हैं:
• B12 टैबलेट या कैप्सूल
• इंजेक्शन (डॉक्टर की सलाह पर)
• मल्टीविटामिन कॉम्प्लेक्स

नियमित जांच है जरूरी

विशेषज्ञों के अनुसार, साल में एक बार ब्लड टेस्ट कराकर B12 लेवल चेक करवाएं। अगर आपको थकान, चक्कर आना या याददाश्त कमजोर होने जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

क्यों है B12 इतना महत्वपूर्ण?

• एनर्जी बूस्टर: यह शरीर में कार्बोहाइड्रेट्स और फैट्स को एनर्जी में बदलता है।
• नर्वस सिस्टम सपोर्ट: मस्तिष्क और नसों के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी।
• खून की कमी दूर करे: लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मददगार।

विटामिन B12 की कमी को नजरअंदाज करना लंबे समय में गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को जन्म दे सकता है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन से इस संकट से बचा जा सकता है।

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