लखनऊ, 21 सितंबर 2024
काशी में साधु की हत्या, अयोध्या में गैंगरेप सपा सुप्रीमों ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
उत्तर प्रदेश में जल्द उपचुनाव होने हैं, जिसके पहले सीएम योगी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच वार-पलटवार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। दोनों ही नेता एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। इसी बीच अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के अपराधी कहीं गए नहीं है, बल्कि उनका ‘भाजपाईकरण’ हो गया है। इससे पहले बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के मिल्कीपुर में आयोजित जनसभा में सपा पर हमलावर होते हुए कहा था कि हर जिले का बड़ा माफिया व गुंडा सपा से जुड़ा था। माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता व गुंडागर्दी का तांडव करते थे तो बबुआ (तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव) घर से बाहर नहीं निकलता था। बबुआ 12 बजे सोकर उठता था।
वहीं, जुबानी जंग को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश यादव ने काशी में साधु की हत्या और अयोध्या में राम मंदिर की सफाईकर्मी से गैंगरेप को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि अपराध और कानून-व्यवस्था पर जीरो टॉलरेंस का भाजपा सरकार का दावा फेल है। सपा प्रमुख ने कहा कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक साधु की अपराधियों द्वारा सरेआम बेरहमी से की हत्या कर दी जाती है। यह घटनाएं उत्तर प्रदेश में बेखौफ घूम रहे दुर्दांत गैंग का सच सामने ला रही हैं। भाजपा सरकार जब ये कहती है कि अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग गये हैं तो इसका मतलब होता है वो सच से मुँह मोड़ रही है। दरअसल, भाजपा राज में अपराधी कहीं गए नहीं हैं, उनका भाजपाईकरण हो गया है।
अखिलेश ने अयोध्या में हुई घटना पर भी योगी सरकार को घेरते हुए महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए। कहा कि अयोध्या के राम मंदिर में सफाईकर्मचारी से इस साल 16 से 25 अगस्त तक कई बार सामूहिक दुष्कर्म सत्ता दल से संबंधित लोगों ने किए। महिलाएं आस्था के स्थान पर भी सुरक्षित नहीं हैं। अपराधियों में प्रशासन का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे ऊपर है, लेकिन भाजपा सरकार बेशर्मी से अपने कुकर्मो पर पर्दा डालती रहती है। अयोध्या गैंगरेप पर कन्नौज से सांसद और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाए। अखिलेश ने यह मांग भी की है कि महिला के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिंदों को सख्त-से-सख्त सजा दी जाए।
उन्होंने दावा किया कि तमाम दबंगों, अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। सरकार हर स्तर पर भेदभाव करती है। अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि जाति और धर्म देखकर सजाएं तय की जाती हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता दल से जुड़े असामाजिक तत्वों को छूट मिलती है और विपक्षियों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई में देर नहीं लगती है, इसीलिए अपराध की घटनाएं कम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं।