
नई दिल्ली, 17 जून 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 समिट में हिस्सा लेने के लिए कनाडा के कैलगरी पहुंच चुके हैं। हालांकि भारत जी-7 का सदस्य नहीं है, लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर भारत एक “आउटरीच पार्टनर” के रूप में सम्मिलित हुआ है। इस मौके पर भारत-कनाडा संबंधों की चर्चा के साथ एक सवाल फिर चर्चा में है—भारतीयों को कनाडा इतना क्यों पसंद है?
कनाडा में करीब 18 लाख भारतीय रहते हैं, जो वहां की कुल आबादी का लगभग 5.1% हैं। 1903-04 में सिख समुदाय के पहले प्रवास के बाद से कनाडा में भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ी है।
कनाडा की पसंद बनने के 5 कारण:
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उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रणाली
कनाडा की शिक्षा व्यवस्था विश्वस्तरीय मानी जाती है। भारतीय छात्रों के लिए स्टडी वीजा की उपलब्धता अधिक है और 2025 में कनाडा ने 5 लाख स्टडी वीजा जारी करने का लक्ष्य रखा है। 4 लाख से अधिक भारतीय छात्र इस समय वहां पढ़ाई कर रहे हैं। -
रोजगार और पेशेवर अवसर
आईटी, स्वास्थ्य और कुशल ट्रेड्स में बेहतर नौकरियों और उच्च वेतन के कारण युवा प्रोफेशनल्स कनाडा का रुख करते हैं। -
सुरक्षित और स्थिर वातावरण
राजनीतिक स्थिरता और सामाजिक सुरक्षा कनाडा को भविष्य संवारने का एक आदर्श स्थान बनाते हैं। -
स्थायी रेजिडेंसी और नागरिकता
पांच साल में से तीन साल कनाडा में रहकर टैक्स भरने के बाद पीआर और फिर नागरिकता के लिए आवेदन किया जा सकता है। अंग्रेजी/फ्रेंच की न्यूनतम दक्षता अनिवार्य है। -
सुविधाएं और जीवनशैली
पेंशन, शिक्षा, सार्वजनिक सेवाएं और पंजाबी भाषा को सरकारी प्राथमिकता भारतीयों को सहज बनाती हैं। पंजाबी कनाडा की चौथी सबसे बोली जाने वाली भाषा बन चुकी है।
हर साल लाखों भारतीय कनाडा में बसने की योजना बनाते हैं, और यह देश अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूएई और ब्रिटेन के साथ भारतीय प्रवासियों की शीर्ष पसंदों में शामिल है।