अमरोहा, 3 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले की एक महिला अपनी पालतू बिल्ली की मौत से दुखी थी और दो दिन तक उसके शव को अपने पास रखती रही, इस उम्मीद में कि वह फिर से जीवित हो जाएगी। जब उसकी उम्मीदें टूट गईं, तो तीसरे दिन उसने आत्महत्या कर ली।
32 वर्षीय पूजा अमरोहा के हसनपुर की रहने वाली थी। करीब आठ साल पहले पूजा की शादी दिल्ली के एक व्यक्ति से हुई थी। हालांकि, दो साल बाद ही शादी का तलाक हो गया और तब से वह अपनी मां गजरा देवी के साथ मायके में रह रही थी।
अकेलेपन से निपटने के लिए पूजा ने एक पालतू बिल्ली को गोद लिया, जिसकी गुरुवार को मौत हो गई। जब उसकी माँ ने उसे दफनाने का सुझाव दिया, तो पूजा ने मना कर दिया, और जोर देकर कहा कि वह “जीवित हो जाएगी”। पूजा दो दिनों तक बिल्ली के शव से चिपकी रही, उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी। उसकी माँ और परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे उसे दफनाने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अड़ी रही।
शनिवार दोपहर को उसने खुद को घर की तीसरी मंजिल पर स्थित अपने कमरे में बंद कर लिया। उस रात करीब 8 बजे गजरा देवी अपनी बेटी को देखने गई। उसे यह देखकर बहुत बुरा लगा कि पूजा का शव छत के पंखे से लटका हुआ था और पास में ही उसकी मृत बिल्ली पड़ी थी। उसकी चीख सुनकर पड़ोसी जाग गए और वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस घर पर पहुंची और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। मामले की आगे की जांच जारी है।