गाज़ियाबाद,20 दिसंबर 2024
गाजियाबाद में यमुना एक्सप्रेस औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने कई अनियमितताएं कीं, जिनका खुलासा हाल ही में कैग की रिपोर्ट से हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यीडा ने बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को दरकिनार किया, बेजा लाभ दिया और लैंड यूज बदलने के आदेश बिना शासन की अनुमति के किए। कैग ने 2021 में टाउनशिप के लिए भूमि आवंटन की विजिलेंस जांच की सिफारिश की है, और यह भी कहा कि कई दस्तावेज अभी तक नहीं मिल पाए हैं, जिनसे इन अनियमितताओं की गहराई का पता चलता है।
यीडा ने 2010 से 2012 के बीच बड़े पैमाने पर बिना मानक तय किए भूखंड आवंटित किए, जिसके परिणामस्वरूप कई अयोग्य फर्मों को 1900 करोड़ रुपये से अधिक की जमीन दी गई। इसके अलावा, यीडा ने बिना योजना या प्रस्ताव के हाथरस और मथुरा में महंगे दामों पर जमीन खरीदी, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह काम कुछ खास चेहरों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया। कैग ने इन मामलों की जांच की सिफारिश की है, जबकि यीडा ने इस मामले की जांच करने की जानकारी दी है।