
नई दिल्ली, 27 जुलाई 2025
ओपन एआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने चैटजीपीटी में गोपनीयता को लेकर एक हैरान कर देने वाली टिप्पणी की है। ऑल्टमैन ने स्पष्ट किया कि डॉक्टर, वकील और थेरेपिस्ट जैसे लोगों के साथ लोगों की बातचीत गोपनीय होती है, लेकिन चैटजीपीटी पर ये नियम लागू नहीं होते। उन्होंने बताया कि भले ही वे इस डेटा को कहीं प्रकाशित न करें, लेकिन अगर उन्हें किसी अदालती मामले में आदेश मिलता है, तो उपयोगकर्ता की पूरी चैट हिस्ट्री अदालत को सौंपनी होगी।
ऑल्टमैन ने कहा, “कई युवा अपनी निजी समस्याओं और मुद्दों को ChatGPT के साथ साझा कर रहे हैं। लेकिन यह पूरी तरह से गोपनीय नहीं है। अगर अदालतें ऐसा आदेश देती हैं, तो उन्हें यह सारी जानकारी देनी होगी। एआई क्षेत्र में अभी ज़्यादा गोपनीयता नहीं है।” उन्होंने कहा कि इससे अदालती मामलों के दौरान उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को खतरा हो सकता है।
Whatsapp फिर भी सेफ :
व्हाट्सएप जैसे ऐप्स पर हमारे द्वारा भेजे गए संदेशों को कंपनी सीधे नहीं देखती। क्योंकि ये संदेश एन्क्रिप्टेड होते हैं। लेकिन चैटजीपीटी के साथ ऐसा नहीं है। ओपनएआई के कर्मचारी एआई की मदद से उपयोगकर्ताओं की बातचीत भी पढ़ सकते हैं। वे ऐसा एआई द्वारा दिए गए उत्तरों को और बेहतर बनाने के लिए करते हैं, साथ ही यह देखने के लिए भी करते हैं कि कहीं कोई उनके टूल का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहा।
इसी तरह की समस्याओं की ओर इशारा करते हुए, न्यूयॉर्क टाइम्स पत्रिका ने एक मुकदमा दायर किया जिसमें कंपनी से मांग की गई कि वह चैटजीपीटी पर लोगों की सभी बातचीत को संग्रहीत करे, हटाई गई बातचीत को छिपाए रखे, और ज़रूरत पड़ने पर उसे अदालत में पेश करे। ओपन एआई, जिसने कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेगा, ने बताया कि वह 30 दिनों के भीतर चैटजीपीटी पर हटाई गई बातचीत को भी पूरी तरह से हटा देगा, और वह उन्हें केवल तभी संग्रहीत करेगा जब किसी भी मामले में अदालती आदेश होंगे।






