
नई दिल्ली | 4 जून 2025:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने देशभर में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े जासूसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। CRPF जवान, यूट्यूबर और अन्य नागरिकों सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन पर पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप है।
सबसे ताजा गिरफ्तारी पंजाब के रूपनगर से यूट्यूबर जसबीर सिंह की हुई है। वह ‘जान महल’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाता था और हरियाणा की ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में था, जिसे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जसबीर पर पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी शाकिर से संपर्क रखने और पाकिस्तान एंबेसी के कार्यक्रम में भाग लेने का आरोप है।
CRPF के जवान मोतीराम जाट को भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गिरफ्तार किया। वह पहलगाम में तैनात था और हमले से कुछ दिन पहले ही उसका ट्रांसफर हुआ था। जांच में सामने आया कि वह 2023 से पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां दे रहा था और इसके बदले उसे कुछ हजार रुपये मिलते थे।
पंजाब के अमृतसर से फलकशेर मसीह और सूरज मसीह को भी सेना की गतिविधियों से जुड़ी जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं, मलेरकोटला से दो और लोगों – गुजाला और यामीन मोहम्मद – को गिरफ्तार किया गया, जो पैसों के बदले संवेदनशील जानकारी साझा कर रहे थे।
हरियाणा के पानीपत से सुरक्षा गार्ड नौमान इलाही, यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और नूंह से अरमान व मोहम्मद तारिफ को भी जासूसी के आरोप में पकड़ा गया है। इन पर पाकिस्तान दूतावास के कर्मचारियों से संपर्क में रहकर जानकारी लीक करने के आरोप हैं।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि देश के भीतर मौजूद ये ‘दीमक’ पाकिस्तान की मदद से भारत की सुरक्षा को नुकसान पहुंचा रहे थे। इस व्यापक कार्रवाई से यह साफ है कि अब ऐसे गद्दारों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।v