Uttar Pradesh

26वीं वाहिनी पीएसी को सौंपा 11 मंजिला बैरक टॉवर, सीएम बोले…नए यूपी ने मिटा डाले बदनामी के दाग

हरेंद्र दुबे

गोरखपुर, 24 जुलाई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को 26वीं वाहिनी पीएसी परिसर में 11 मंजिला बैरक टॉवर तथा 30 बेड के हॉस्पिटल का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो उत्तर प्रदेश आठ वर्ष पहले तक दंगा प्रदेश के रूप में बदनाम था, गुंडों-माफिया से तबाह था, वही उत्तर प्रदेश आज कानून व्यवस्था का मानक पेश कर रहा है। दंगामुक्त और गुंडामुक्त यूपी आज अनुशासित और उत्सव प्रदेश की पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। सीएम ने इससे पूर्व असुरन चौक पर जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण भी किया।

कानून व्यवस्था के मामले में अब यूपी पर न कोई हंस सकता है, न उंगली उठा सकता है

सीएम योगी ने 26 वीं वाहिनी पीएसी परिसर में टॉवर बैरक के साथ 30 बेड के हॉस्पिटल का भी लोकार्पण किया। सीएम ने हॉस्पिटल व बैरक टॉवर का निरीक्षण कर जायजा भी लिया। पीएसी ने बैंड की धुन पर उनका स्वागत किया। सीएम ने समारोह में कहा कि आज कोई भी बाहरी व्यक्ति कानून व्यवस्था के मामले में यूपी पर हंस नहीं सकता, अंगुली नहीं उठा सकता। यूपी का नौजवान आज कहीं भी जाता है तो सम्मान पाता है जबकि आठ वर्ष पहले यहां के नौजवान को यूपी के नाम पर एक कमरा तक नहीं मिलता था। यूपी के नाम पर बाहर के लोगों के सामने डरावना दृश्य होता था। आज इन सबसे उबरकर नए भारत का नया उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की नजीर प्रस्तुत करने वाला राज्य बन गया है।

आठ साल पहले जवानों को खपरैल में रहते देखकर आश्चर्य हुआ

सीएम बनने के बाद पुलिस लाइन के निरीक्षण का संस्मरण बताते हुए कहा कि मैंने वहां देखा कि टूटे हुए खपरैल के नीचे जैसे-तैसे जवान रह रहे थे। मेरे पहुंचने की सूचना के बाद DGP और दूसरे अफसर वहां पहुंचे। मैंने उनसे कहा था- आज यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसके लिए हमें भर्ती भी करनी पड़ेगी। पुलिस की सुविधाएं भी बढ़ानी होगी। प्रोजेक्ट तैयार करिए। आज इस बात की प्रसन्नता है कि यूपी के हर थाने, पुलिस लाइंस और पीएसी की वाहिनियों में अवस्थापना सुविधाओं का जबरदस्त विस्तार हुआ है। कई जिलों में तो जो सबसे ऊंची मिनारनुमा बिल्डिंग होगी वह यूपी पुलिस के बैरक के रूप में होगी। सरकार एक तरफ अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ा रही है तो दूसरी तरफ पूरी पारदर्शिता से भर्ती प्रक्रिया को संपन्न कर रही है।

प्रदेश में पहले बस कल्पना थी शांति व्यवस्था

देश की सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर की पुलिस, लगातार पुलिसकर्मियों की कमी और अवस्थापना सुविधाओं की चुनौतियों से जूझ रही थी। आठ साल पहले यहां शांति की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी, यह सपना था। तब पुलिस के लाखों पद खाली थे लेकिन नीयत सही न होने से तत्कालीन सरकारें पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाती थीं। कभी भर्ती में खामी तो कभी बेईमानी, भ्रष्टाचार के चलते कोर्ट से रोक लग जाने के चलते नौजवान भटकने को मजबूर थे।

आठ साल में 2.16 लाख पुलिस भर्ती, प्रशिक्षण क्षमता भी बढ़ी

आठ साल में 2 लाख 16 हजार भर्तियां यूपी पुलिस में की गई हैं। इसमें न सिफारिश की गुंजाइश थी और न ही भ्रष्टाचार की। इन भर्तियों में हाल ही में हुई दुनिया की सबसे बड़ी 60244 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी शामिल है। आठ साल पहले उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की क्षमता केवल तीन हजार की थी। जबकि आज यह कई गुना बढ़ गई है। आज 60 हजार से अधिक प्रशिक्षु प्रदेश के 112 प्रशिक्षण केंद्रों पर एक साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, फील्ड में उतना कम खून बहेगा

ट्रेनिंग में जितना अधिक पसीना बहेगा, फील्ड में उतना कम खून बहाना पड़ेगा। इसलिए इस मंत्र का अनुसरण करते हुए ट्रेनिंग को पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से करें। उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान नए कानून, तकनीकी, साइबर क्राइम, डिजिटल अरेस्ट, मिशन शक्ति के आयामों से जुड़े गुर को तन्मयता से सीखने की नसीहत दी। ट्रेनिंग का अनुभव फील्ड में लाभ देगा। साथ ही कहा कि ट्रेनिंग के दौरान श्रमदान से कुछ ऐसा करें जो बाद में भी स्मृतियों को ताजा कर सके।

नए रूप में दिखा असुरन चौक, जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण

मुख्यमंत्री ने असुरन चौराहे के सुंदरीकरण कार्य का लोकार्पण व लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का अनावरण किया। सीएम ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा कि कांग्रेस के तानाशाही के कारण जब एक बार लगा था कि भारत का लोकतंत्र दम तोड़ देगा, तब लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने उसे पुनर्जीवित करके नया जीवन दिया। उनके नाम पर सत्ता हासिल करने वालीं सरकारें वो नहीं कर पाईं, जो हमने किया। हमने जयप्रकाश नारायण के गांव के स्वास्थ्य केंद्र को 100 बेड का स्वास्थ्य केंद्र बनाने के साथ ही उसका नामकरण किया। सीएम ने बेहतरीन सुंदरीकरण के लिए जिला प्रशासन, गोरखपुर विकास प्राधिकरण व नगर निगम की सराहना की।

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