आगरा, 11 अक्टूबर 2024:
मयंक चावला,
आगरा के रामलीला मैदान पर दशहरा उत्सव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बार यहां 120 फीट ऊँचे रावण के पुतले का निर्माण किया जा रहा है, जो न केवल अपनी विशालता के लिए प्रसिद्ध होगा, बल्कि इसकी विशेषताओं में ये भी शामिल हैं—यह पुतला आंखें झपकाएगा, तेज आवाज में हंसता रहेगा और रंगीन लाइटों से जगमगाएगा।
मुस्लिम कारीगरों की मेहनत: इस पुतले को बनाने का कार्य मथुरा के मुस्लिम कारीगर जाफर अली और उनके परिवार द्वारा किया जा रहा है। यह एक पारंपरिक और सांस्कृतिक पहल है, क्योंकि जाफर अली की पांच पीढ़ियों से यह परिवार हर साल रामलीला में रावण का पुतला बनाने का कार्य कर रहा है। यह पहल हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द का प्रतीक है, जो विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच आपसी भाईचारे और सहयोग को दर्शाता है।
जाफर अली का योगदान: जाफर अली ने इस प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि वह प्रभु श्री राम को मानते हैं, और यही कारण है कि उन्हें यह कार्य करने का अवसर मिलता है। उनका कहना है कि उन्हें रामलीला का हर किरदार, नाम और मंचन पूरी तरह से याद है, और वह बड़े उत्साह के साथ पुतले का निर्माण करते हैं।
दशहरा उत्सव: आगरा के बिजली घर रामलीला मैदान में कल रावण का दहन होगा, जो इस उत्सव का मुख्य आकर्षण होगा। यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एकता और समरसता का भी प्रतीक है, जहां विभिन्न समुदाय मिलकर इस महोत्सव को मनाते हैं।
इस विशेष अवसर पर, आगरा वासियों से आग्रह किया गया है कि वे इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बनें और रावण के इस विशाल पुतले का दर्शन करें।