हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 29 नवम्बर 2024 :
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ने अब पूर्वांचल के प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनने की दिशा में बड़े कदम बढ़ा दिए हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 800 एकड़ में औद्योगिक गलियारा विकसित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र को औद्योगिक दृष्टि से सशक्त बनाना है।
औद्योगिक विकास को गति देने की पहल
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) द्वारा यह पहल राज्य में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए की जा रही है, जिसमें कई प्रमुख उद्योगों के लिए भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। इस औद्योगिक गलियारे में एक प्लास्टिक पार्क भी स्थापित किया जा रहा है, जिसमें 88 एकड़ में 92 यूनिट्स लगेंगी।
औद्योगिक पहचान में गोरखपुर का उभारता प्रभाव
गीडा द्वारा इस पहल को सफल बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं, जो पिछले कुछ वर्षों में ही अपनी पूरी दिशा और गति पा चुके हैं। गोरखपुर, जो कभी औद्योगिक पहचान के संकट से जूझ रहा था, अब निवेशकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। गीडा क्षेत्र में औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित करने की बढ़ती मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार गोरखपुर में औद्योगिक विकास को नए आयाम दिए जा रहे हैं।
औद्योगिक गलियारा: योजना और विस्तार
गीडा ने अब गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारा बनाने की योजना को साकार करना शुरू कर दिया है, जिसमें 800 एकड़ भूमि का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, धुरियापार क्षेत्र में 5500 एकड़ में और एक औद्योगिक गलियारा विकसित करने की योजना है, जिससे इस क्षेत्र में औद्योगिक विकास को और गति मिलेगी।
गीडा का 35वां स्थापना दिवस
30 नवम्बर को गीडा का 35वां स्थापना दिवस मनाया जाएगा, और इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष 85 निवेशकों को भूखंड आवंटन पत्र सौंपे जाएंगे। गीडा के 35 वर्षों के सफर में यह बदलाव एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित हो रहा है। पहले कई वर्षों तक गीडा की गति धीमी रही थी, लेकिन 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक नया परिवेश तैयार हुआ और उद्यमियों को बेहतर माहौल और प्रोत्साहन मिला।
प्लास्टिक पार्क: नई सुविधाओं का केंद्र
गीडा द्वारा प्लास्टिक पार्क के निर्माण के साथ ही यहां के उद्यमियों को समुचित सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। प्लास्टिक उद्योग की 92 इकाइयों को यहां जगह दी जाएगी और उन्हें कच्चा माल भी सुलभ होगा। इसके लिए गीडा और गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) के बीच एमओयू हो चुका है। इसके अतिरिक्त, सीपेट (केंद्रीय प्लास्टिक इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संस्थान) का सेंटर भी इस पार्क में स्थापित किया जाएगा, जिससे यहां के उत्पादों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
गोरखपुर: औद्योगिक विकास का नया द्वार
गीडा के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति के तहत गोरखपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। इसके तहत, 85 नए निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र देने के साथ, आने वाले दिनों में रेडीमेड गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्रियों की सौगात भी मिल सकेगी। गीडा के प्रयासों से गोरखपुर औद्योगिक दृष्टि से एक प्रमुख हब के रूप में उभरेगा, जो रोजगार और समृद्धि का एक नया द्वार खोलेगा।