मयंक चावला
आगरा, 2 दिसंबर 2024:
उत्तर प्रदेश के आगरा के पिनाहट का नयापुरा मोहल्ला आज एक ऐसी दहशत में डूबा है, जो हमारे समाज के अंधविश्वास के काले सच को उजागर करती है। आठ साल का रौनक, जो तीन दिन से लापता था, आज सुबह अपने घर से महज सौ मीटर की दूरी पर एक बोरे में – निर्जीव, खून से लथपथ, और माथे पर तिलक के साथ बंद मिला ।
घटनाक्रम की भयावहता
यह पूरी घटना एक ऐसी कहानी को दर्शाती है जो किसी परिवार के लिए असहनीय दर्द और पीड़ा का कारण बन सकती है। तीन दिन पहले जब रौनक अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी अचानक से गायब हो गया। परिवार के लोग उसे रात भर खोजते रहे और न मिलने पर पिनाहट थाने में जाकर अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। उनकी चिंता और बेचैनी समय के बढ़ती गई।
सुबह होते-होते गली में एक बोरा मिला, तो परिवार की हिम्मत टूट गई। बोरे में मासूम रौनक का निर्जीव शरीर था, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया। इस भयावह घटना ने न केवल एक परिवार को, बल्कि पूरे आसपास के माहौल को हिला दिया। शव के माथे पर तिलक था जिसने इस बात की आशंका बढ़ा दी कि क्या यह पूरा मामला किसी धार्मिक अंधविश्वास या बलि से जुड़ा हुआ है?
पुलिस कार्रवाई और जांच :
डीसीपी पूर्वी ने मौके पर पहुंचकर कहा, “हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक टीम को भी लगाया गया है। करब के पास मिले खून के धब्बे महत्वपूर्ण सुराग हो सकते हैं।”
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। साथ ही, अफवाहों से बचें और कानून को अपना काम करने दें।
यह घटना एक चेतावनी है कि हमारे समाज में अभी भी अंधविश्वास का साया मंडरा रहा है।