रीवा, 24 दिसंबर, 2024
रीवा जिले के रीठी का रहने वाले एक युवा ने अपने काम से अलग मुकाम हासिल किया है आज हम बात एक ऐसे युवा की कर रहे जो पढ़ाई लिखाई कर प्राइवेट नौकरी किया करता था लेकिन उसे छोड़कर आज अपने घर में ही अमरुद की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा रहा और लोगों के लिए मिशाल बनते हुए यह साबित कर दिया की इंसान अगर मेहनत और लगन से काम करे तो खेती किसानी करके भी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है।
सरकारी नौकरी हो या फिर प्राइवेट उसके लिए तो हर कोई दौड़ता है लेकिन नौकरी छोड़कर खुद की पहचान बनाने के लिए अलग रास्ता बेहद कम लोग चुन पाते हैं। रीवा जिले के रीठी निवासी गिरीश कुमार पटेल ने भी कुछ ऐसा ही किया और अपनी प्राइवेट नौकरी को छोड़कर खेती को चुना। वह खेती जिसकी माली हालत देखकर कई पेरेंट्स अपने बच्चे को किसान नहीं बनाना चाहता भले ही अच्छी जमीन हो फिर भी वह बच्चे को किसान नहीं बनने देते। लेकिन गिरीश ने इन सभी पुरानी धारणाओं को तोड़कर आत्मनिर्भरता की एक नई कहानी गढ़ी है और यह साबित किया की खेती किसानी करके भी इंसान आत्मनिर्भर बन सकता है और अच्छा खासा मुनाफा कमा सकता है।
उन्होंने बताया की उन्होंने भोपाल से एमसीए किया है एक प्राइवेट कॉलेज से उसके बाद एक साल तक प्राइवेट नौकरी की लेकिन उससे कुछ समझ नहीं आया। उसके बाद गिरीश ने ठाना की वो गांव में ही रहकर कुछ करेंगे और अपने माता पिता का भी ध्यान रखेंगे उसके बाद वो गांव आ गए। जिसके बाद उन्होंने अमरुद की खेती करने का फैसला लिया और कई जगह से जानकारी लेने के बाद पांच एकड़ जमीन में अमरुद का बगीचा लगाया और उसकी खेती शुरु की और अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे है। उनके बगीचे में इलाहाबादी सफेद अमरुद है जिसकी काफी मांग है जिसकी बिक्री रीवा के आसपास के साथ ही उत्तरप्रदेश में भी कई जगहों पर जाती है। अमरुद की खेती कर अब गिरीश काफी खुश है और इसको और ज्यादा बढ़ाने के प्रयास में लगे हुए है जिससे वो इससे और ज्यादा मुनाफा कमा सके।