लखनऊ, 14 फरवरी 2025:
यूपी की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए एक पीसीएस अधिकारी को बर्खास्त कर दिया, जबकि दो अन्य पीसीएस अधिकारियों को निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है।
गणेश प्रसाद सिंह किए गए बर्खास्त
बर्खास्त किए गए अपर जिलाधिकारी स्तर के पीसीएस अधिकारी गणेश प्रसाद सिंह को जौनपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी रहते हुए वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में पहले ही निलंबित किया गया था। उन पर कुशीनगर में ग्राम समाज की जमीन को नियमों के विपरीत पट्टे पर देने का आरोप था। जिलाधिकारी की रिपोर्ट में गड़बड़ी की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
भूमि अधिग्रहण घोटाले में दो पीसीएस अफसर निलंबित
बरेली-पीलीभीत-सितारगंज हाईवे और बरेली रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोप में दो पीसीएस अधिकारियों अशोक कुमार (एडीएम बरेली) और मदन कुमार (तैनाती मऊ) को निलंबित कर दिया गया। दोनों अधिकारियों को राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है।
अब तक 200 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर
भूमि अधिग्रहण घोटाले में इससे पहले लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं समेत 15 अन्य आरोपियों को भी निलंबित किया जा चुका है। अब तक इस घोटाले में 200 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता सामने आई है।