गाज़ियाबाद,11 मार्च 2025
गाजियाबाद में राज्य कर विभाग के उपायुक्त संजय सिंह की 15वीं मंजिल से गिरकर मौत के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है। उनकी मौत को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर विभागीय दबाव और कार्यप्रणाली को लेकर। बताया जा रहा है कि संजय सिंह पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक मानसिक तनाव में थे। कारण था शासन की ओर से दिए गए कड़े टारगेट, जिसमें उन्हें प्रतिदिन पांच नए व्यापारियों को ब्याज माफी योजना के तहत पंजीकृत करवाना था।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, संजय सिंह ने मौत से एक घंटे पहले अपने वरिष्ठ अधिकारी एमपी सिंह से फोन पर कहा था कि इस दबाव में काम करना मुश्किल हो गया है और वह अब इसे और नहीं झेल सकते। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसे आत्महत्या बताया जा रहा है।इस मामले में संजय सिंह की पत्नी ने प्रशासनिक दबाव को उनकी मौत का असली कारण बताया है। उन्होंने डिप्रेशन की थ्योरी को खारिज करते हुए कहा कि उनके पति मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ थे और हाल ही में कैंसर से उबर चुके थे। लेकिन विभाग में बढ़ते टारगेट, अधिकारियों की रोजाना मीटिंग में बेइज्जती और सस्पेंशन की धमकियों ने उन्हें तनाव में डाल दिया था।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि सिर्फ संजय सिंह ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में जीएसटी अधिकारी इसी तरह के दबाव का सामना कर रहे हैं। व्यापारियों पर कड़ी वसूली के कारण अधिकारी भी दोनों तरफ से फंसे हुए हैं, जिससे असंतोष बढ़ रहा है। इस घटना के बाद विभाग के अन्य अधिकारी भी आक्रोशित हैं, और आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है।