
गाजीपुर,19 मार्च 2025
गाजीपुर जिला जेल में अवैध कॉलिंग का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया और उनकी जगह वीरेंद्र कुमार वर्मा को नया जेलर नियुक्त किया गया है। वीरेंद्र कुमार इससे पहले बांदा जेल में माफिया मुख्तार अंसारी को अवैध सुविधाएं देने के आरोप में निलंबन झेल चुके हैं।
इससे पहले सोमवार को जेलर राकेश कुमार वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को भी निलंबित किया गया था। मामला तब उजागर हुआ जब जेल में बंद ठगी के आरोपी विनोद गुप्ता ने अपने मुकदमे के गवाह को मोबाइल से कॉल की। गवाह की शिकायत पर डीआईजी जेल ने जांच शुरू की, जिसमें पता चला कि जेल अधीक्षक और जेलर के करीबी पवन सिंह कार्डलेस फोन लेकर बैरकों में घूमता था और पैसे लेकर कैदियों को फोन उपलब्ध कराता था।
जांच में खुलासा हुआ कि विनोद गुप्ता ने जेल से फोन कर गवाहों को धमकाया और गवाही न देने के लिए पैसे की पेशकश की। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए 16 कैदियों को वाराणसी, आजमगढ़ और जौनपुर की जेलों में स्थानांतरित कर दिया। जेल प्रशासन ने 10 कैदियों को और जिलाधिकारी ने 6 कैदियों को दूसरी जेलों में भेजने का आदेश दिया है।
अब गाजीपुर जेल की कमान वीरेंद्र कुमार वर्मा के हाथों में है, जिन्हें जेल में अनुशासन और सुधार सुनिश्चित करने की बड़ी चुनौती का सामना करना होगा।






