न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक 122 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच का सामना कर रहा है, जिसमें बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा का नाम भी सामने आया है। जांच के दौरान पता चला कि प्रीति जिंटा ने 2011 में बैंक से 18 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था और 2014 में इसे चुकाया था। बैंक ने उनके लोन को एनपीए घोषित कर 1.55 करोड़ रुपये की छूट दी थी।
एजेंसी द्वारा 2010 के बाद के बैंक कर्ज की जांच में खुलासा हुआ कि जिंटा ने सात जनवरी 2011 को 18 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जिसके बदले उन्होंने मुंबई और शिमला स्थित अपनी संपत्तियां गिरवी रखी थीं। इनकी कुल कीमत 27.41 करोड़ रुपये थी। नवंबर 2012 तक उन्हें 11.40 करोड़ रुपये चुकाने थे, लेकिन 31 मार्च 2013 तक बकाया बढ़कर 11.47 करोड़ रुपये हो गया, जिससे उनका खाता एनपीए में चला गया। इसके बाद बैंक ने उन्हें 1.55 करोड़ रुपये की छूट दी, और बाकी रकम उन्होंने 5 अप्रैल 2014 को चुका दी।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) इस घोटाले की जांच कर रही है और अब तक बैंक के पूर्व महाप्रबंधक हितेश मेहता सहित आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मुख्य आरोपी हितेश मेहता का ब्रेन मैपिंग टेस्ट किया जाएगा, ताकि पैसों के लेन-देन और अन्य आरोपियों की संलिप्तता की जानकारी मिल सके।
फरवरी में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर छह महीने का प्रतिबंध लगा दिया था, क्योंकि बैंक में 122 करोड़ रुपये के गबन का मामला सामने आया था।