
लखनऊ, 28 अप्रैल 2025:
यूपी की राजधानी स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय में तैनात महिला असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा पहलगाम आतंकी घटना को लेकर एक्स अकाउंट पर की गई पोस्ट का मामला तूल पकड़ गया। पोस्ट पाकिस्तान में भी वायरल हुई। यहां छात्रों ने इसके विरोध में हंगामा किया तो कुलसचिव ने इनसे संस्थान व राष्ट्र की छवि खराब करना ठहराकर असिस्टेंट प्रोफेसर को नोटिस जारी की है। उनको जवाब देने के लिए पांच दिन की मोहलत दी है वहीं छात्र ऐसे प्रोफेसर से आजादी की मांग कर रहे हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर हैं डॉ. माद्री काकोटी, दो मिनट का वीडियो संदेश भी किया था पोस्ट
लखनऊ विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर डॉ. माद्री काकोटी तैनात हैं। जम्मू कश्मीर में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद डॉ. माद्री ने अपने एक्स अकाउंट पर अपना एक वीडियो मैसेज रिकॉर्ड कर पोस्ट की थी। इस पोस्ट में सवालिया लहजे में कहा गया-
धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है।
और धर्म पूछकर लिंच करना,
धर्म पूछकर नौकरी से निकालना,
धर्म पूछकर घर न देना,
धर्म पूछकर घर बुलडोज करना, वगैरह-वगैरह भी आतंकवाद है,
असली आतंकी को पहचानो…
डॉ माद्री ने अपने दो मिनट दस सेकेंड के वीडियो में सुरक्षा में चूक , सरकार और मंत्री की लापरवाही व खुफिया तंत्र की नाकामी आदि मुद्दों पर काफी चर्चा की है।
भड़के छात्रों ने किया प्रदर्शन, कुलपति से मिले , थाने में दी तहरीर
उनकी इसी पोस्ट की भनक एबीवीपी को लगी तो हंगामा खड़ा हो गया। संगठन के पदाधिकारी व दर्जनों छात्रों ने लखनऊ विवि में प्रदर्शन किया। संगठन का कहना था कि प्रोफेसर खुलेआम देश विरोधी बयानबाजी कर रही हैं। हमारी मांग है कि उनके खिलाफ केस दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाए। छात्रों ने कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय से मिलकर भी अपनी मांग रखी। छात्रों ने दो टूक कहा कि हमे ऐसे शिक्षकों से हर हाल में आजादी चाहिए जो छात्रों को पढ़ाने के बजाय देश विरोधी बयान देने में लगीं हैं। ऐसे शिक्षक का दिया गया ज्ञान भी महत्वहीन है। संगठन ने हसनगंज थाने में डॉ. माद्री के खिलाफ तहरीर भी दी है।
कुलसचिव ने नोटिस देकर पांच दिन में मांगा जवाब, कहा…छवि खराब की
सोमवार को कुलसचिव ने डॉ. माद्री को जारी नोटिस में उनकी इस पोस्ट का पूरा जिक्र करते हुए कहा है कि इस पोस्ट के साथ ही अटैच किया गया उनका वीडियो पाकिस्तान द्वारा संचालित एक्स हैंडल पीटीआई प्रोमोशन पर भी रिपोस्ट किया जा रहा है। इससे लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ ही राष्ट्र की छवि खराब होने की संभावना है। इससे देश व समाज मे गलत संदेश गया है। ये हरकत शिक्षकों के लिए निर्धारित व्यवस्था के भी प्रतिकूल है। आतंकवाद विश्व, देश समाज के लिए विष के समान घातक व अमानवीय है। कुलसचिव ने इस टिप्पणी पर छात्रों में रोष का हवाला देते हुए पांच दिन के भीतर जवाब मांगा है। कहा है साक्ष्य के साथ स्पष्टीकरण न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।