
पलक्कड़, 14 जुलाई 2025
केरल के पलक्कड़ जिले में निपाह वायरस के संदेह में एक 57 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद राज्य सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। मृतक की 12 जुलाई को एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने जानकारी दी कि मंजेरी मेडिकल कॉलेज में जांच में निपाह वायरस के शुरुआती लक्षण मिले हैं और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से पुष्टि का इंतजार है।
यह हाल के दिनों में राज्य में निपाह वायरस से दूसरी संदिग्ध मौत है। इससे पहले मलप्पुरम जिले के एक व्यक्ति की भी संक्रमण से मौत हो चुकी है, जबकि एक अन्य मरीज का इलाज जारी है। सरकार ने इस नए मामले के सामने आने के बाद क्षेत्र में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और निगरानी को बढ़ा दिया है। मरीज के संपर्क में आए 46 लोगों की पहचान कर ली गई है।
राज्य सरकार ने संपर्क में आए लोगों की ट्रैकिंग के लिए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर डेटा का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य टीमें इलाके में बुखार और निपाह से संबंधित लक्षणों की निगरानी कर रही हैं। मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि सभी जिला अधिकारियों को प्रतिक्रिया टीमों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
पलक्कड़ और मलप्पुरम जिलों के लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से अस्पताल न जाएं और संक्रमितों से मिलने से बचें। हर मरीज के साथ सिर्फ एक तीमारदार को अनुमति दी गई है। अस्पतालों में सभी कर्मचारियों, मरीजों और तीमारदारों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
सरकार ने पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर और त्रिशूर के अस्पतालों को निपाह अलर्ट पर रखा है और निर्देश दिया है कि तेज बुखार या इंसेफेलाइटिस के लक्षणों वाले मरीजों की तुरंत सूचना दी जाए।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और सरकार की सलाह का पालन करने की अपील की है ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।