
अशरफ अंसारी
इटावा, 20 जुलाई 2025:
यूपी के इटावा जिले की पुलिस ने साइबर जालसाजों के गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये सभी ऑनलाइन गेमिंग में झांसा देकर लोगों को ठगते थे। इस ठगी से होने वाली करोडों की कमाई को फर्जी दस्तावेजों से खोले गए बैंक अकाउंट में जमा कर रखा था। इनके मोबाइल से चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया से हुई ठगी की चैट सामने आई है और इंडोनेशिया का एक सिम भी मिला है।
शनिवार देर रात थाना कोतवाली पुलिस, एसओजी, सर्विलांस टीम को सूचना मिली कि साइबर ठगी करने वाले चार ठग बाइस ख्बाजा रोड पर खड़े हैं।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चारों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में यश प्रताप सिंह (25) सहतवार बलिया, यश आर्या (25) हरी बिहार कॉलोनी थाना कोतवाली झांसी, हिमांशु शर्मा (23) मदाइन थाना बढपुरा इटावा व हिमांशु चौधरी (24) निवासी जगदीशपुर थाना अहमदगढ़ बुलंदशहर का निवासी है।
पुलिस के अनुसार ये सभी देहरादून में एनडीए की तैयारी के दौरान एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। इसके बाद शॉर्टकट में अमीर बनने की चाह ने इन्हें साइबर क्राइम के दलदल में फंस गए। इनके पास से 6 मोबाइल, 1 पैन ड्राइव, तीन पासबुक, 7 चेकबुक, 2 आधार कार्ड, 3 पेन कार्ड, 1 मैट्रो कार्ड, 13 एटीएम कार्ड, 1 ड्राइविंग लाइसेंस, 3 क्यूआर कोड, 1 फर्म की मोहर, 1 कार व इंडोनेशिया का सिम बरामद हुआ है।
पुलिस को इनसे हुई पूछताछ में पता चला कि इन लोगों को साइबर ठगी करने के लिए बडे स्तर पर रुपयों के ट्रांजेक्शन के लिए बैंक के चालू खाते की आवश्यकता होती थी। इसलिए ये सभी फर्म या लघु उद्योग के नाम पर एमएसएमई का सर्टीफिकेट बनवाते थे और उस सर्टीफिकेट के आधार पर अलग-अलग बैंकों में जाकर चालू खाता खुलवा लेते थे। उन खातों की डिटेल्स को टेलीग्राम एप्प व व्हाट्सएप के ‘पैनल ग्रुप्स’ पर भेजते थे। टेलीग्राम ग्रुप व व्हाट्सएप के ‘पैनल ग्रुप्स’ में भेजे गए खातों में से प्रत्येक खाते में लगभग एक करोड़ रुपये की धनराशि का ट्रांजेक्शन कर लेते, इसमें से तीन से चार प्रतिशत कमीशन चारों बाट लेते थे। आरोपियों के मोबाइल से चीन, हांगकांग और इंडोनेशिया से 100 करोड़ तक की ठगी करने की चैट सामने आई है।
पुलिस की जांच में हिमांशु चौधरी के नाम बंधन बैंक का खाता मिला है। इसमें 25 मई से 28 मई के बीच लगभग 80 लाख रुपये की धनराशि की साइबर ठगी की गई है। जेमिस पोर्टल पर बैंक खाते के विरुद्ध दर्ज शिकायतों की स्थिति पता की गई तो आन्ध्र प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, असम, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र व यूपी समेत 11 राज्यों से कुल 32 शिकायतें नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज हैं।