
नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025 – एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को प्रस्तावित क्रिकेट मैच को लेकर संसद में तीखी बहस छिड़ गई है। लोकसभा में “ऑपरेशन सिंदूर” पर चर्चा के दौरान कई विपक्षी नेताओं ने इस मैच का विरोध करते हुए इसे शहीदों का अपमान करार दिया। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में कहा कि “मेरा जमीर नहीं गंवारा करता कि मैं इस क्रिकेट मैच को देखूं”, उन्होंने पूछा कि जब व्यापार और अन्य रिश्ते बंद किए गए हैं, तो क्रिकेट संबंध कैसे बनाए जा सकते हैं?
ओवैसी ने पहलगाम हमले की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब हमारे 26 लोग मारे गए थे, तब प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते”, ऐसे में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
सांसद इमरान मसूद ने कहा, “हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा गया है, और आप पाकिस्तान से खेल रहे हैं। यह अन्याय है।” वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान से किसी भी तरह का समझौता नहीं होना चाहिए – न राजनीतिक, न कूटनीतिक और न ही खेल से जुड़ा।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने तो अमेरिका का नाम लेते हुए कहा, “अगर डोनाल्ड ट्रंप की बात नहीं मानी जा रही, तो मैकडॉनल्ड्स को देश में बंद कर दीजिए, क्योंकि दोहरी नीति नहीं चल सकती।”
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने BCCI से सवाल किया कि उसने पाकिस्तान के साथ मैच की अनुमति कैसे दी? उन्होंने कहा कि यह फैसला देश की सुरक्षा और भावना के खिलाफ है। उनके साथी सांसद अरविंद सावंत ने भी कहा कि जब कोई रिश्ता पाकिस्तान से नहीं रखा जा रहा, तो फिर क्रिकेट क्यों?
हालांकि, RLD सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान ने अलग रुख अपनाते हुए कहा कि जैसे सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में जवाब दिया, वैसे ही भारतीय टीम मैदान में जवाब देगी।
अब देखना होगा कि क्या सरकार और BCCI इस राजनीतिक दबाव के आगे झुकते हैं या मैच तय कार्यक्रम के अनुसार होता है।