
अमित मिश्र
प्रयागराज, 11 अगस्त 2025 :
यूपी के प्रयागराज जिले का गंगापार इलाका तेंदुए की दहशत से जूझ रहा है। धनैचा गांव में शनिवार सुबह देखे गए तेंदुए की तलाश में वन विभाग का सर्च ऑपरेशन जारी है, लेकिन अब तक सफलता हाथ नहीं लगी है। इस अभियान में प्रयागराज के साथ लखनऊ और कानपुर की टीमें भी शामिल हैं। खोजबीन में पंजों के निशान के सिवा कुछ हाथ नहीं लगा है।
बता दें कि प्रयागराज के सरायइनायत थाना क्षेत्र के धनैचा और मलखानपुर गांव में तेंदुआ दिखने के बाद आसपास के करीब एक दर्जन गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। गत मंगलवार को बाढ़ के दौरान तेंदुए को एक पेड़ पर बैठे देखा गया था। उस समय बाढ़ का पानी चारों ओर फैला हुआ था। जैसे-जैसे पानी घटा, तेंदुआ गांव के अंदरूनी हिस्सों की ओर बढ़ गया। आशंका है कि वह अभी भी खेतों या किसी सुरक्षित जगह में छिपा है।
खौफजदा ग्रामीण खेतों में जाने से बच रहे हैं, जबकि महिलाएं और बच्चे घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मौके पर मिले पंजों के निशान, रास्तों के टूटे-फूटे हिस्सों और ग्रामीणों की ताजा सूचना के आधार पर तेंदुए की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए ड्रोन कैमरों और सर्च लाइटों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक तेंदुआ पकड़ में नहीं आता, तब तक ऑपरेशन जारी रहेगा।
शनिवार देर रात तक चला सर्च ऑपरेशन रविवार सुबह एक बार फिर तेज कर दिया गया। जिन खेतों में तेंदुए के छिपे होने की आशंका जताई गई थी, उन्हें चारों ओर से लोहे के जाल और बैरिकेड लगाकर घेर लिया गया। इसके बाद जेसीबी मशीन की मदद से खेतों की झाड़ियां, घनी घास और मेड़ें एक-एक कर हटाई गईं, लेकिन तेंदुए का कोई निशान नहीं मिला। कई ग्रामीण घरों की छतों और खेतों के किनारों पर खड़े होकर दूरबीन से तेंदुए को देखने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल, प्रयागराज, लखनऊ और कानपुर की संयुक्त टीमें लगातार सर्च अभियान चला रही हैं, लेकिन तेंदुए के पैंतरे और घने खेतों की वजह से यह अभियान चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।