
लखनऊ, 2 सितंबर 2025:
यूपी की योगी सरकार ने उच्च शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश के तीन नवगठित विश्वविद्यालयों गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय (मुरादाबाद), मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय (मिर्जापुर) और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय (बलरामपुर) में कुल 948 नए पदों के सृजन को मंजूरी दी है। इनमें 468 अस्थायी शिक्षणेतर पद और 480 आउटसोर्सिंग पद शामिल हैं।
सरकार का कहना है कि इन पदों से विश्वविद्यालयों की प्रशासनिक व कार्यात्मक व्यवस्था मजबूत होगी और शैक्षिक गुणवत्ता में वृद्धि होगी। इसके साथ ही प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय विश्वविद्यालयों को मजबूत बनाने के साथ-साथ प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में अहम पहल है।
प्रत्येक विश्वविद्यालय में 156 अस्थायी शिक्षणेतर पद 28 फरवरी 2026 तक प्रभावी रहेंगे। इनमें फार्मासिस्ट, इलेक्ट्रिशियन, अवर अभियंता, आशुलिपिक, सहायक लेखाकार, लैब टेक्नीशियन, उप कुलसचिव, चिकित्साधिकारी और स्टाफ नर्स जैसे पद शामिल हैं। इनकी भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, सीधी भर्ती, पदोन्नति और प्रतिनियुक्ति के माध्यम से होगी।
इसके अलावा हर विश्वविद्यालय में 160 पद आउटसोर्सिंग के माध्यम से पूरे किए जाएंगे। इनमें कम्प्यूटर ऑपरेटर, स्वच्छकार, चौकीदार, माली, चपरासी, वाहन चालक और पुस्तकालय परिचर जैसे पद होंगे। आउटसोर्सिंग की प्रक्रिया जेम पोर्टल के जरिए निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से पूरी की जाएगी और आरक्षण नियमों का पालन अनिवार्य रूप से किया जाएगा।






