लखनऊ, 7 नवंबर 2025:
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान नगर आयुक्त गौरव कुमार समेत कई वरिष्ठ अधिकारी अनुपस्थित रहे, जिस पर मेयर सुषमा खर्कवाल भड़क उठीं। उन्होंने अधिकारियों से सख्त लहजे में कहा ‘हम सब जनता के नौकर हैं, हमारे लिए जनता ही वीआईपी है। उनका काम हर हाल में होना चाहिए।’
कार्यक्रम के दौरान मेयर के पहुंचते ही अपर नगर आयुक्त ललित कुमार बाहर चले गए, जिससे माहौल और गरम हो गया। नाराज मेयर ने निर्देश दिए कि ‘अब सुनवाई पूरी होने तक कोई अधिकारी यहां से नहीं हिलेगा।’ नगर आयुक्त की गैरमौजूदगी और ललित कुमार के बाहर चले जाने को मेयर और नगर आयुक्त के बीच चल रहे मतभेद से जोड़कर देखा जा रहा है।
शुक्रवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में बड़ी संख्या में नागरिक अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे थे जिनमें गृहकर, जलकर, सफाई, सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट और कूड़ा उठाने से जुड़ी समस्याएं शामिल थीं। हालांकि तीन अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, नम्रता सिंह और डॉ. अरविंद कुमार राव और तीन जोनल अधिकारी जोन 5 के विनीत सिंह, जोन 7 के रामेश्वर प्रसाद और जोन 8 के विकास सिंह कार्यक्रम में अनुपस्थित रहे।
जब मेयर ने पूछा कि जोनल अधिकारी विकास सिंह कहां हैं, तो एक कर्मचारी ने बताया कि वे वीवीआईपी ड्यूटी पर गए हैं। इस पर मेयर ने नाराज होकर कहा, ‘यहां जनता वीआईपी है, कोई वीवीआईपी मूवमेंट शहर में नहीं है’ करीब आधे घंटे बाद विकास सिंह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। मेयर ने कहा कि अधिकारियों की यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जनता की समस्याओं के समाधान में किसी भी स्तर पर ढिलाई पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।






