महाकुंभ नगर, 15 जनवरी 2025:
आस्था के संगम महाकुंभ में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालु सुर संगीत से सजे ‘संस्कृति का महाकुंभ’ से भी रूबरू होंगे। पवित्र नदियों के नाम वाले पंडालों में नामचीन कलाकार अपनी शानदार प्रस्तुति देंगे। संस्कृति का महाकुंभ 24 फरवरी तक चलेगा।
गंगा, यमुना और सरस्वती पंडालों में होंगे कार्यक्रम
मुख्य गंगा पंडाल समेत यमुना व सरस्वती पंडाल में 16 जनवरी यानी गुरुवार से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ होंगे। कल गंगा पंडाल में बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन के सुरों की महफ़िल सजेगी वहीं यमुना पंडाल में काशी के संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थी मंगला चरण करेंगे। पहले दिन सरस्वती पंडाल पर नौटंकी विधा से भी श्रद्धालु परिचित होंगे। पद्मश्री रामदयाल शर्मा अपनी 30 सदस्यीय टीम के साथ कृष्ण सुदामा की मित्रता को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे।
गंगा पंडाल है मंच मुख्य, 10 हजार दर्शक क्षमता
संस्कृति के महाकुंभ में गंगा पंडाल का मंच मुख्य होगा। 10 हजार दर्शकों की क्षमता के लिए सेक्टर-1 के परेड ग्राउंड में गंगा पंडाल बनाया गया है। यह भारत के प्रसिद्ध कलाकारों की भव्य प्रस्तुतियों का केंद्र है। इसके अलावा दो हजार दर्शकों की क्षमता वाला त्रिवेणी, यमुना व सरस्वती पंडाल बनाया गया है। य़हां भी मेजबान उत्तर प्रदेश समेत देश के नामचीन कलाकार अनेक विधाओं में अपनी प्रस्तुति देंगे।
शंकर महादेवन के सुरों से सजेगी पहली शाम, इन कलाकारों की होंगी प्रस्तुतियां
16 जनवरी को गंगा पंडाल में प्रो. ऋत्विक सान्याल वाराणसी का शास्त्रीय गायन, विचत्रानंदा स्वेन भुवनेश्वर का ओडिशी नृत्य, कुशल दास कोलकाता का सितार वादन और शंकर महादेवन मुंबई व रविशंकर उत्तर प्रदेश के भजन व संगीत के कार्यक्रम होंगे। इसी तरह यमुना पंडाल में संस्कृत विद्यालय वाराणसी के बच्चों द्वारा मंगलाचरण, सान्या पाटनकर (राजस्थान), शास्त्रीय गायन, सहीराम पांडेय (गोंडा) आल्हा गायन, सरिता मिश्रा (लखनऊ) लोकगायन, रामप्रसाद (प्रयागराज) बिरहा गायन, पीयूषा कैलाश अनुज (दिल्ली) भजन, आरुषी मुद्गल (दिल्ली) ओडिशी नृत्य, अमरजीत (सोनभद्र) द्वारा जनजाति लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। वहीं, सरस्वती पंडाल में सौरभ बनौधा (सोनभद्र) बंसी वाद्यवृंद, श्वेता दुबे (वाराणसी), भजन गायन श्रुति मालवीय (लखनऊ) द्वारा भजन/लोकगायन और पद्मश्री रामदयाल शर्मा (दिल्ली) द्वारा कृष्ण सुदामा नौटंकी की प्रस्तुति दी जाएगी।