30 सितंबर , 2024:
मारपीट के बाद सड़क हादसे में गई थी महिला की जान ,पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने पोंछे थे पीड़ितों के आंसू, चित्र परिचय- मृतका की बेटी से बातचीत करते स्वामी प्रसाद मौर्य
अंबेडकरनगर, गुरुवार को नसोपुर की प्रेमशीला की मौत के बाद भीम आर्मी के धरना प्रदर्शन के बीच डीएम के आदेश पर शुक्रवार को नसोपुर में शिवबरन के पट्टे की जमीन की पैमाइश और लेखपाल के निलंबन के साथ नसोपुर मे आक्रोश थम गया।
जलालपुर एसडीएम पवन कुमार जायसवाल ने माना कि लेखपाल दुर्गा सिंह ने अपनी रिपोर्ट में शिवबरन को 122 भी 4 एफ के तहत मिले 3.5 विस्वा भूमि के लाभ को अनुचित बताते हुए एसडीएम के निर्णय पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था।
उल्लेखनीय है कि जलालपुर कोतवाली क्षेत्र के नसोपुर गांव में हनुमान सिंह और शिवचरण के बीच कई वर्षों से विवाद था। शिवचरण को पट्टा मिला था। जिस पर वह काबिज था। जिसे लेखपाल के पैमाइश के बाद हनुमान सिंह अपना बता रहे थे। 14 सितंबर को इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया और मारपीट हो गई।
जिसमें पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया। जिसमें न्यायालय से बयान देकर लौटते समय हजपुरा बाजार के पास सड़क पार करते समय कार ने दलित महिला प्रेमशीला को टक्कर मार दिया था। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल और फिर ट्रामा सेंटर लखनऊ भेजा गया। जहां उसकी दो दिन पूर्व मौत हो गई।
मौत खबर की खबर सुनकर भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष जय सिंह राणा और निखिल राव के नेतृत्व में यादव चौराहे पर शव रखकर घंटो प्रदर्शन किया।और राजस्व निरीक्षक व लेखपाल के निलंबन की मांग पर अड़े रहे। इसके अलावा बसपा जिला अध्यक्ष सुनील सावंत और जिला प्रभारी रामनयन निर्दोष के नेतृत्व में बसपाइयों के एक प्रतिनिधि मंडल ने पहुंचकर पीड़ितों की मदद का भरोसा दिलाया था।
इतना ही नहीं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को अपने बीच पाकर मृतका की बेटी अपना आप ही खो बैठी थी। एक-एक करके उसने सारा वृत्तांत सुनाया और बेहोश भी हो गई थी। जिस पर मौर्य ने राजस्व और पुलिस दोनों विभागों को जिम्मेदार ठहराया था। इसके अगले दिन डीएम के निर्देश पर गठित राजस्व टीम ने पट्टे की भूमि की पैमाइश कर दिया और एसडीएम ने लेखपाल दुर्गा सिंह को निलंबित कर दिया। इसी के साथ मामला धीरे-धीरे शांत होने लगा है।