कानपुर, 3 अगस्त 2025
कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) में उत्तर प्रदेश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित वार्ड तैयार किया जा रहा है। इस अत्याधुनिक वार्ड में जैसे ही मरीज की हालत बिगड़ेगी, तुरंत डॉक्टर के पास अलर्ट मैसेज जाएगा और नर्सिंग रूम में अलार्म बजेगा। यह सुविधा मरीज को समय रहते इमरजेंसी ट्रीटमेंट देने में मदद करेगी।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, यह सिस्टम खासतौर पर रात के समय मरीजों की निगरानी के लिए बेहद उपयोगी होगा। डॉक्टरों की टीम तक देरी से पहुंचने की समस्या को यह टेक्नोलॉजी खत्म कर देगी। AI सेंसर मरीज के शरीर के हर अंग की मॉनिटरिंग करेंगे और थोड़ी सी भी गड़बड़ी को तुरंत पकड़ लेंगे।
वार्ड नंबर 3 को AI वार्ड में बदला जा रहा है, जहां 10 बेड पर सेंसरयुक्त मैट्रेस लगाए जाएंगे। ये मैट्रेस सीएसआर फंड के तहत मंगाए जा रहे हैं। मरीज के शरीर में कोई असामान्यता आने पर मॉनिटरिंग स्क्रीन पर वार्निंग डिस्प्ले होगी, जिससे नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर तुरंत एक्टिव हो जाएंगे।
मेक इन इंडिया के तहत बने इस सिस्टम को एक भारतीय कंपनी ने तैयार किया है, जिसका प्रस्ताव जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने स्वीकार कर लिया है। सिस्टम डॉक्टर और तीमारदारों के बीच पारदर्शिता भी बनाए रखेगा। कौन सा ट्रीटमेंट कब और क्यों दिया गया, इसकी जानकारी रिकॉर्ड में मौजूद रहेगी।
अस्पताल की मीडिया प्रभारी डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि यह सिस्टम मरीजों को बेहतर सुविधा देने के साथ डॉक्टरों की तत्परता भी सुनिश्चित करेगा। तीमारदारों को बार-बार डॉक्टरों के केबिन के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, क्योंकि AI सिस्टम डॉक्टर को खुद ही सतर्क कर देगा।
यह पहल राज्य के बाकी सरकारी अस्पतालों के लिए एक मॉडल बन सकती है। अगर परिणाम सफल रहे तो अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी ऐसे AI वार्ड शुरू किए जाएंगे।