वाराणसी, 1 अक्टूबर:
अंशुल मौर्य ,
उत्तर प्रदेश की पहली पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी सुपरस्पेशलिस्ट डॉ. प्रतिभा राय ने हृदय रोग विभाग, चिकित्सा विज्ञान संस्थान में पदभार ग्रहण कर लिया है। अब, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पीडियाट्रिक विभाग में बच्चों के हृदय रोग के इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती हो गई है।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित हृदय रोग विभाग में बच्चों के लिए विशेष हृदय चिकित्सा विंग बनने जा रही है। यह विंग 12 साल तक के उन बच्चों के लिए होगी जो दिल में छेद समेत हृदय संबंधी अन्य समस्याओं से पीड़ित हैं। बाल हृदय चिकित्सा की यह प्रदेश में पहली विंग होगी।
इसके लिए पीडियाट्रिक कार्डियोलाजिस्ट की तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब तक हृदय रोग पीड़ित बच्चों के ऑपरेशन के लिए विभाग की ओर से समय-समय पर विशेष कैंप लगाए जाते थे, जिसमें दिल्ली-मुंबई समेत अन्य बड़े शहरों में स्थित उच्च चिकित्सा संस्थानों से पीडियाट्रिक कार्डियोलाजिस्ट बुलाए जाते थे। इस प्रक्रिया में सर्जरी के लिए कई माह तक इंतजार करना पड़ता था।
विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी के अनुसार, डॉ. प्रतिभा राय ने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई रिम्स रांची से, एमडी की पढ़ाई एससीबी कटक से और डीआरएनबी की पढ़ाई नारायण हृदयालय से पूरी की है। अपनी पढ़ाई के बाद, डॉ. राय ने पिछले दो वर्षों तक नारायण हृदयालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्य किया।
डॉ. राय एएसडी, वीएसडी और पीडीए डिवाइस क्लोजर, पीडीए स्टेंटिंग, आरवीओटी स्टेंटिंग, बीएवी, बीपीवी और पेसमेकर इंसर्शन जैसी प्रक्रियाओं में अत्यधिक कुशल हैं। वह जन्मजात हृदय रोगों के इलाज में माहिर हैं और उन्हें उन्नत इकोकार्डियोग्राफी तकनीकों में भी प्रशिक्षित किया गया है, जिसमें भ्रूण इको, ट्रान्सथोरेसिक इको, ट्रांससोफेजियल इको और 3डी इको शामिल हैं।
सरसुंदरलाल चिकित्सालय में उनकी ओपीडी बुधवार और शनिवार को होती है, जहां वे रोगियों को अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।