वाराणसी, 24 अगस्त
वाराणसी: धर्मनगरी वाराणसी में संचालित सभी गोवंश आश्रय स्थलों और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयास जारी हैं। पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। सर्किट हाउस सभागार में गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को मंत्री धर्मपाल सिंह ने निर्देशित किया।
वाराणसी के गोवंश आश्रय स्थलों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से किए जा रहे हैं। साथ ही, प्रत्येक गौशाला में एक गोकास्ठ मेकिंग मशीन देकर स्वयं सहायता समूह की स्थानीय महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है।
‘निराश्रित गोवंश की हो शत-प्रतिशत ईयर टैगिंग’
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने सर्किट हाउस सभागार में गोवंश आश्रय स्थलों की समीक्षा बैठक की। मीटिंग में विभागीय अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि, ‘सभी गौशालाओं में संरक्षित निराश्रित गोवंश की शत-प्रतिशत ईयर टैगिंग और नस्ल सुधार के साथ बछड़ों का बधियाकरण भी किया जाए।’
गोवंशों को चारा के साथ मिले पर्याप्त व्यवस्था- पशुधन मंत्री
पशुधन मंत्री ने कहा, ‘निराश्रित गोवंशों को गौशाला में रखने से पहले उनके रखरखाव का समुचित प्रबंध किया जाए। सभी गौशालाओं में बारिश के मौसम में बचाव, पर्याप्त प्रकाश, हरा चारा, भूसे की पर्याप्त उपलब्धता सहित अन्य निर्देश दिए गए। गौशालाओं में मृत गोवंश का सम्मानपूर्वक निस्तारण के भी निर्देश दिए गए।’
केयरटेकर का बढ़ाएं मानदेय- धर्मपाल सिंह
मंत्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित दिया कि, ‘कान्हा गौशाला में अच्छी नस्ल के गायों को संरक्षित करने एवं गाय के गोबर से बायो प्रोडक्ट बनवाएं। जन्माष्टमी के अवसर पर प्रत्येक गौशाला में गो पूजन कराएं। साथ ही, गौशालाओं में गोवंशों की देखरेख के लिए कार्यरत केयरटेकर का मानदेय बढ़ाएं। इसके साथ मुर्गीपालन, बकरी पालन, भेड़ पालन, शूकर पालन और विभागीय योजनाओं के व्यापक प्रचार कराएं। ताकि, जिले में दुग्ध और अंडा उत्पादन को बढ़ाया जा सके।’
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, विधायक प्रतिनिधि, उप दुग्ध शाला विकास अधिकारी, उपमुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एवं पशु चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।