लखनऊ, 20 फरवरी 2025:
यूपी विधानसभा में सरकार का बजट पेश होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने 2017 से पेश हुए सभी बजटों का उल्लेख करते हुए अमृत महोत्सव वर्ष में पेश हुए 2025-26 के बजट को वंचित को वरीयता वाला बजट करार दिया। उन्होंने कहा इस बजट से पीएम का विजन साकार हुआ है।
प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, हमने रोका रेवेन्यू लीकेज
विधानभवन के तिलक सभागार में मीडिया से रुबरू होकर सीएम ने गुरुवार को बजट पेश होने के बाद कहा आज प्रदेश देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यस्वथा है। हमने रेवेन्यू लीकेज को रोकने का कार्य किया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 का यह बजट सनातन संस्कृति की सर्वे भवन्तु सुखिनः की अवधारणा के अनुरूप गरीब, अन्नदाता किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है। प्रधानमंत्री के विज़न को साकार करते हुए ‘वंचित को वरीयता इस बजट का केंद्रीय भाव है।
कहा- प्रदेश के रोड मैप को तय करेगा ताजा बजट
इस बजट में 2 लाख 25 हजार 561 करोड़ 49 लाख रु कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए लक्ष्य किया है। प्रदेश की 2017 की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का कार्य किया। 2017 के बाद आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था 27 लाख 51 हजार करोड़ होने का अनुमान है,इसमे 3 वर्ष कोरोना का भी है। यह हमारा लगातार नौंवा बजट है। यह वर्ष हमारे लिए महत्वपूर्ण है,देश के संविधान को लागू होने व उत्तर प्रदेश स्थापना का अमृत महोत्सव वर्ष है। प्रदेश के रोडमैप को बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण बजट है। लखनऊ में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए सरकार स्मारक केंद्र बनवा रही है।
सीएम ने बताई बजट यात्रा की थीम और मिली सफलता
सीएम ने कहा पिछले सारे बजट की अलग-अलग थीम थी। 2017 में पहला बजट अन्नदाता किसानों को समर्पित था। 2018-19 का बजट उत्तर प्रदेश के बीमारू राज्य से उबारकर इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण औद्योगिक विकास को समर्पित था। 2019 का बजट महिला सशक्तिकरण को समर्पित था। 2020 का बजट उत्तरप्रदेश के युवाओं और रोजगार को समर्पित था। इसमे 2 करोड़ युवाओ को तकनीकी माध्यम से सशक्त बनाने के कार्य किये। 2021 का बजट स्वावलंबन से सशक्तिकरण की ओर था,आत्मनिर्भरता के लक्ष्य पूर्ति के लिए था। वहीं 2022 का बजट अंत्योदय से आत्मनिर्भरता को समर्पित था। 2023 का बजट प्रदेश को आत्मनिर्भर सुदृढ करने वाला था। 2024 का बजट रामराज्य को संकलिप्त था। इसका असर ये हुआ। पहली बार 65 करोड़ पर्यटक प्रदेश मे आये।