लखनऊ, 11 दिसंबर 2025:
कोडीनयुक्त कफ सिरप और नशीली दवाओं की अवैध तस्करी पर कार्रवाई जारी रखते हुए एसटीएफ ने गुरुवार को आलमबाग मवैया रोड स्थित टेड़ी पुलिया तिराहे से गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों अभिषेक शर्मा और शुभम शर्मा को गिरफ्तार किया। दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे और उनकी तलाश में टीम लगातार दबिश दे रही थी।
जांच में सामने आया कि गिरोह फर्जी फर्में बनाकर दवाओं की खरीद-बिक्री का कागजों पर लेनदेन दिखाता था। कोडीनयुक्त सिरप और अन्य नशीली दवाओं की बड़ी खेप बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश भेजी जाती थी। गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि माल भेजने के लिए नकली ई-वे बिल और फर्जी दस्तावेज तैयार किए जाते थे।
एसटीएफ के अनुसार गिरोह में फार्मा सेक्टर से जुड़े कई लोग और बोगस फर्मों के संचालक शामिल हैं। अन्य सहयोगियों की तलाश के लिए दबिश जारी है।इधर, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (सीबीएन) ने प्रदेश में नशीली दवाओं के फैलते नेटवर्क की जड़ें खंगालनी शुरू कर दी हैं। लखनऊ कार्यालय ने ग्वालियर स्थित यूनिट से फार्मा कंपनियों को आवंटित होने वाले कोडीन का पूरा ब्योरा मांगा है। साथ ही उन व्यापारियों और आरोपियों का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है, जिनसे हाल के वर्षों में नशीली दवाओं की खेप बरामद हुई है।
सीबीएन अधिकारियों के अनुसार नशीले कफ सिरप का सिंडिकेट प्रदेश के थोक दवा बाजार तक फैला हुआ है। जुलाई में अमीनाबाद से 20 लाख से अधिक नशीली टेबलेट और 5700 बोतल कोडीनयुक्त सिरप बरामद होने का मामला अभी भी जांच में अहम कड़ी माना जा रहा है।






