बलिया,17 मार्च 2025
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के चकरा (डिहवां) गांव में शनिवार रात एक झोपड़ी में आग लगने से बड़ा हादसा हो गया। आग इतनी भीषण थी कि झोपड़ी में रखा गैस सिलेंडर फट गया, जिससे इलाके में तेज धमाके की आवाज गूंज उठी। इस धमाके से लगभग 30 फीट दूर सो रहे 60 वर्षीय राजेंद्र खरवार की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। घटना में झोपड़ी के साथ पास की किराना दुकान भी जलकर राख हो गई, जिससे हजारों रुपये का नुकसान हुआ। नगरा-सिकंदरपुर मार्ग से सटे इस गांव में दुकानदार गिरिजा राम की दो दुकानें थीं—एक अंडे की दुकान, जो झोपड़ी में थी, और दूसरी किराना दुकान, जो गुमटी में चलती थी। शनिवार रात जब सभी लोग घर चले गए थे, तब अचानक झोपड़ी में आग लग गई। आग तेजी से फैलते हुए किराना दुकान तक पहुंच गई और देखते ही देखते सिलेंडर धमाके के साथ फट गया।
धमाके की आवाज सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास करने लगे। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक दोनों दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं। इसी दौरान, धमाके की तेज आवाज से राजेंद्र खरवार की हृदय गति रुक गई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा के प्रभारी डॉ. राहुल सिंह के अनुसार, तेज धमाके की आवाज से हार्ट अटैक हो सकता है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। दुकानदार गिरिजा राम ने आरोप लगाया कि पुरानी रंजिश के चलते किसी ने जानबूझकर उनकी दुकान में आग लगाई। इस मामले में उन्होंने पुलिस को तहरीर दी है, जिसके बाद नगरा थानाध्यक्ष कौशल कुमार पाठक ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अब मामले की गहन छानबीन की जा रही है। इस घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।