लखनऊ, 14 अगस्त 2025:
यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर 24 घंटे की विशेष चर्चा के दौरान स्कूल मर्जर का मुद्दा गरमाया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने आरोप लगाया कि प्रदेश में 29 हजार विद्यालय बंद हो गए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर तथ्यों के साथ जवाब देते हुए कहा कि यह जानकारी सही नहीं है। उन्होंने माता प्रसाद पांडेय से कहा कि आप शिक्षा मंत्री को बुलाकर पूछ सकते थे। 2017 से पहले यूपी में ड्रॉपआउट रेट सबसे अधिक था। 2017 में हमने स्कूल चलो अभियान प्रारंभ किया। ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से स्कूलों की हालत सुधारी।
सीएम ने बताया कि सुल्तानपुर, गोरखपुर और वाराणसी में स्थानीय लोगों ने भी स्कूलों का कायाकल्प किया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश में एक भी स्कूल बंद नहीं होगा, बल्कि बच्चों के लिए प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए इंटीग्रेटेड कैंपस विकसित किए जाएंगे।
योगी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय इसका उत्कृष्ट मॉडल है। नेता प्रतिपक्ष को इसे जाकर देखना चाहिए। छात्र-शिक्षक अनुपात पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि वर्तमान में 22 छात्रों पर एक शिक्षक की व्यवस्था है। जरूरत पड़ने पर नई भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए नर्सरी स्कूल खोले जाएंगे, जैसा हिमाचल और कर्नाटक में किया गया है। उन्होंने कहा कि वहां ऐसा करने पर कोई विवाद नहीं हुआ, लेकिन यूपी में हम कर रहे हैं तो अनावश्यक शोर मचाया जा रहा है।