लखनऊ, 18 नवंबर 2025:
दिल्ली ब्लास्ट की जांच कर रही एनआईए अब जैश-ए-मोहम्मद के लखनऊ और यूपी लिंक की पड़ताल में जुट गई है। इसकी बड़ी वजह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के फरीदाबाद डॉक्टर मॉड्यूल की प्रमुख कड़ी मानी जा रही लखनऊ की रहने वाली डॉ. शाहीन और उसका भाई डॉ. परवेज है। डॉ. शाहीन को लेकर लगातार सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं।
दिल्ली ब्लास्ट की जांच में डॉ. शाहीन के बारे में एजेंसियों को कई चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं। जांच एजेंसियों के अनुसार लखनऊ से मिले दस्तावेजों ने इस मॉड्यूल की गतिविधियों को समझने में कई नए आयाम जोड़े हैं।
एनआईए की टीम लखनऊ में लालबाग और मड़ियांव इलाके के आवास से बरामद डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज और व्यक्तिगत रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है। साथ ही एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से संपर्क कर डॉ. परवेज की लैपटॉप, मोबाइल और हार्ड ड्राइव से जुड़ी फोरेंसिक रिपोर्ट मांगी है।
दूसरी तरफ दोनों के 50 से अधिक परिचितों व सहयोगियों से यूपी एटीएस ने पूछताछ की है। छानबीन का फोकस इस बात पर है कि क्या लखनऊ और कश्मीर के बीच किसी प्रकार का नेटवर्क सक्रिय था।
जांच का दायरा परिवहन से जुड़े दस्तावेजों तक भी बढ़ाया गया है। सहारनपुर आरटीओ से आधा दर्जन गाड़ियों के रिकॉर्ड जुटाए गए हैं। उनमें से कुछ की फोरेंसिक जांच जारी है। एजेंसियों को शक है कि इन्हीं वाहनों के जरिए अमोनियम नाइट्रेट या फर्टिलाइजर फरीदाबाद भेजा गया हो सकता है।
जांच अधिकारियों को पता चला है कि डॉ. शाहीन करीब चार वर्ष सऊदी अरब के एक प्रतिष्ठित अस्पताल में कार्यरत थी। वहीं उसकी मुलाकात कश्मीरी मूल के डॉक्टरों खासकर डॉ. मुजम्मिल से होने की बात सामने आई है। इसी चेन के जरिए उसके संभावित संपर्कों को समझने की कोशिश हो रही है।






