
नई दिल्ली, 8 फरवरी 2025
डिजिटल गिरफ्तारी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, दिल्ली पुलिस की साइबर सेल, साउथवेस्ट डिस्ट्रिक्ट ने एक धोखाधड़ी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश के झांसी से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग टेलीग्राम के जरिए एक चीनी कंपनी के लिए बैंक खाते खोलते थे, और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी के पैसे को सफेद करते थे। म्यूल बैंक खाता एक वैध बैंक खाता है जिसका उपयोग धोखेबाज़ों द्वारा अवैध रूप से प्राप्त धन को सीधे खुद को फंसाए बिना स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। साइबर अपराधी या तो नकली पहचान का उपयोग करके ये खाते बनाते हैं या व्यक्तियों (अक्सर अपराध की पूरी सीमा से अनजान) को अपनी ओर से खाते खोलने के लिए भर्ती करते हैं। चुराए गए पैसे को ऐसे कई खातों के माध्यम से भेजा जाता है, जिससे अधिकारियों के लिए स्रोत का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
इस मामले में, आरोपियों ने चीनी घोटालेबाजों को खच्चर खाते उपलब्ध कराए, जिन्होंने उनका इस्तेमाल धोखाधड़ी के पैसे को इधर-उधर करने के लिए किया। अपराधियों ने पैसे निकाले, उन्हें दूसरे खच्चर खाते में फिर से जमा किया, उन्हें क्रिप्टोकरेंसी (USDT) में बदल दिया, और उन्हें अपने चीनी संचालकों को हस्तांतरित कर दिया।






